Malmas : 16 दिसंबर से शुरू होगा मलमास, एक माह बंद रहेंगे शुभ कार्य, 2023 में मार्च से पहले विवाह के 23 मुहूर्त
जनवरी में नौ और फरवरी में 14 दिन शादियां होंगी। 28 फरवरी से होलाष्टक शुरू होगा। यानि होली से पहले के आठ दिन मांगलिक कामों के लिए शुभ नहीं होते। इसके बाद 15 मार्च से मीन मास रहेगा। इस दौरान भी शादियां नहीं होती।;
मलमास ( खरमास ) का महीना 16 दिसंबर से शुरू होने पर सभी तरह के मांगलिक व शुभ कार्य एक माह तक थम जाएंगे। मलमास के दौरान 14 जनवरी 2023 तक विवाह, सगाई, यज्ञ, गृह प्रवेश आदि शुभ कार्य टाले जाएंगे।
नारनौल के पंडित रामनिवास शर्मा ने बताया कि सूर्यदेव तुला राशि की यात्रा समाप्त करके मित्र मंगल की राशि वृश्चिक में प्रवेश किया है। इसी के साथ इनका नीच राशिगत भाव समाप्त हो जाएगा। इस राशि में सूर्य 16 दिसंबर की सुबह 9:26 बजे तक गोचर करेंगे। फिर धनु राशि में चले जाएंगे। सूर्य देवी के धनु राशि में जाते ही मलमास शुरू हो जाएगा। अगले साल होली से पहले शादी के लिए 23 मुहूर्त रहेंगे। इनमें जनवरी में नौ और फरवरी में 14 दिन शादियां होंगी। 28 फरवरी से होलाष्टक शुरू होगा। यानि होली से पहले के आठ दिन मांगलिक कामों के लिए शुभ नहीं होते। इसके बाद 15 मार्च से मीन मास रहेगा। इस दौरान भी शादियां नहीं होती।
जनवरी में नौ और फरवरी में 14 दिन होंगी शादियां
नए साल 2023 में सूर्य देव 14 जनवरी को धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करेंगे। ऐसे में 15 जनवरी से वापस शादी-विवाह आदि सभी मांगलिक कार्य शुरू हो जाएंगे। ज्योतिष के अनुसार खरमास पूजा-अर्चना, धर्म-कर्म के लिए शुभ माना गया है। गुरु देव बृहस्पति धनु राशि के स्वामी हैं। बृहस्पति का अपनी ही राशि में प्रवेश इंसान के लिए अच्छा नहीं होता है। इस राशि में सूर्य के कमजोर होने के कारण इसे मलमास कहते हैं। 2023 अधिकमास यानी पुरूषोत्तम मास वाला साल होता है। 2023 में सावन माह 59 दिन का रहेगा। वहीं अधिकमास की अवधि 18 जुलाई से 16 अगस्त तक की रहेगी। इस बार अधिकमास का असर यह होगा कि जुलाई के बाद आने वाले सभी बड़े त्योहार 2022 की तुलना में 12 से 19 दिन की देरी से आएंगे। खास बात यह है कि यह पीछे की ओर चलता है।