83 स्कूलों के छात्रों को परीक्षाओं में कामयाबी के लिए मैनेजमेंट गुरू पंडित विजय शंकर मेहता देंगे टिप्स

ओपीएस स्कूल में अंबाला शहर विधायक असीम गोयल एवं जिला शिक्षा अधिकारी सुधीर कालड़ा ने स्वयं भी बच्चों के साथ बैठकर कार्यक्रम का आनंद लिया था। अब डीईओ सुधीर कालड़ा ने परीक्षाएं शुरू होने से पहले बच्चों से रू-ब-रू होते हुए तनाव व समय प्रबंधन, परीक्षाओं में नकल व अनुचित साधनों के प्रयोग तथा अभिभावकों द्वारा अपने बच्चों की तुलना अन्य बच्चों से करने आदि विषयों पर बच्चों से विस्तार से बातचीत की।;

Update: 2023-01-29 14:10 GMT

हरिभूमि न्यूज. अंबाला : पिछले दिनों सभी सरकारी व प्राइवेट विद्यालयों में प्रधानमंत्री का 'परीक्षा पर चर्चा' कार्यक्रम बच्चों को दिखाया गया था। बच्चों ने अधिकतर स्कूलों में यह कार्यक्रम स्मार्ट डिजिटल बोर्ड पर देखा, कुछ स्कूलों में एजुसेट और एलईडी पर यह कार्यक्रम दिखाया गया जबकि कुछ स्कूलों में अध्यापकों ने बच्चों को अपने मोबाइल पर भी यह कार्यक्रम दिखाया।

इसी कड़ी में शहर के ओपीएस स्कूल में अंबाला शहर विधायक असीम गोयल एवं जिला शिक्षा अधिकारी सुधीर कालड़ा ने स्वयं भी बच्चों के साथ बैठकर कार्यक्रम का आनंद लिया था। अब डीईओ सुधीर कालड़ा ने परीक्षाएं शुरू होने से पहले बच्चों से रू-ब-रू होते हुए तनाव व समय प्रबंधन, परीक्षाओं में नकल व अनुचित साधनों के प्रयोग तथा अभिभावकों द्वारा अपने बच्चों की तुलना अन्य बच्चों से करने आदि विषयों पर बच्चों से विस्तार से बातचीत की।

उन्होंने कहा कि बच्चों की शिक्षा एक शिक्षा त्रिकोण के रूप में देखना होगा। इसके एक कोण पर विद्यार्थी, दूसरे पर शिक्षक तथा तीसरे कोण पर स्वयं अभिभावक हैं । इन तीनों के उचित समन्वय से ही बच्चों को बेहतर शिक्षा दी जा सकती है। कालड़ा ने बताया कि इसी बिंदु को ध्यान में रखते हुए आने वाले दिनों में खुद विधायक असीम गोयल अंबाला शहर विधानसभा के प्राइवेट एवं सरकारी सभी 83 स्कूलों के बच्चों, अभिभावकों एवं शिक्षकों की काउंसलिंग कराने की उनकी योजना बना रहे हैं। इसमें मैनेजमेंट गुरु पंडित विजय शंकर मेहता प्रमुख व्याख्यान देंगे।

कालड़ा ने कहा कि परीक्षा में सफलता के लिए वे पहले पूरा पाठ्यक्रम पढ़ें, उसको दोहराएं, अधिकतम लिखित अभ्यास करें तथा परीक्षा में समय प्रबंधन के लिए तीन से चार मॉडल टेस्ट पेपर भी हल करें और जिन प्रश्नों को हल करने में कठिनाई हो, उनके बारे में अपने शिक्षकों से मार्गदर्शन लें, ऐसा करने से न केवल परीक्षा का भय खत्म होगा बल्कि वे परीक्षा में अच्छे अंक भी प्राप्त कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि जो बच्चे परीक्षा में नकल या अन्य अनुचित साधनों पर निर्भर रहते हैं, वे हो सकता है, किसी परीक्षा में उत्तीर्ण हो जाएं, लेकिन जीवन की परीक्षा में ऐसे विद्यार्थी अनुत्तीर्ण ही रहते हैं।

इस अवसर पर विद्यालय की निर्देशिका ईशा गोयल, प्रधानाचार्य नीलम शर्मा, समाजसेवी रमेश मल, सुंदर ढींगरा, रितेश गोयल, संजीव गोयल, दीपक शर्मा, हिमांशु कालरा एवं हरि नारायण चावला जैसे गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे।

Tags:    

Similar News