फतेहाबाद : हजारों क्विंटल पराली की गांठों के स्टॉक में लगी भीषण आग, शरारती तत्वों पर आरोप

ठेकेदार मास्टर सतपाल सिंह व राकेश कुमार धारनिया ने पुलिस में शिकायत देकर मामले की जांच करके आग लगाने वाले अज्ञात शरारती तत्व के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।;

Update: 2022-02-09 11:22 GMT

हरिभूमि न्यूज : फतेहाबाद/भूना

गांव नाढोड़ी में करीब दो एकड़ में एकत्र की गई करीब दस हजार क्विंटल पराली की गांठों के स्टॉक में मंगलवार की देर रात्रि को भीषण आग लग गई। आग बुझाने के लिए फतेहाबाद, टोहाना, रतिया, भट्टूकलां, भूना से दमकल गाडिय़ां बुलानी पड़ी। आग को बुझाने में करीब सात घंटे तक 6 गाडिय़ां जुटी रही लेकिन मंगलवार की देर रात्रि से लेकर बुधवार की सुबह 10 बजे तक आग पर काबू नहीं पाया जा सका। आग लगने का कारण अज्ञात शरारती तत्व की कार्रवाई बताई जा रही हैं। ठेकेदार मास्टर सतपाल सिंह व राकेश कुमार धारनिया ने पुलिस में शिकायत देकर मामले की जांच करके आग लगाने वाले अज्ञात शरारती तत्व के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।


ठेकेदार राकेश कुमार धारनिया व मास्टर सतपाल सिंह ने बताया कि नाढोड़ी-घोटडू सड़क पर जन सरोकार आईटीआई के नजदीक पराली एकत्र केंद्र बनाकर पराली की गांठें एकत्र करके सुखबीर एग्रो बायो एनर्जी कंपनी कांगथली कैथल को भेजी जानी थी। आग लगने के बाद आसमान में धुएं का गुब्बार छा गया, जिसको देखकर पड़ोसी किसान कृष्ण कुमार धारनिया ने पराली की गांठों के स्टॉक आग लगने के बारे में मास्टर सतपाल को मोबाइल पर सूचना दी। सूचना मिलते ही पराली के ठेकेदार दोनों मौके पर पहुंचे, जिन्होंने आग पर काबू पाने के लिए कंट्रोल रूम फतेहाबाद में सूचना देकर दमकल विभाग की गाडिय़ों को मौके पर भेजने के लिए गुहार लगाई, जिसके बाद भूना व फतेहाबाद से दो गाडिय़ां मौके पहुंची, लेकिन आग अधिक फैल जाने के कारण आधा दर्जन से अधिक विभिन्न स्टेशनों से गाड़ियों को मौके पर बुलाया गया। बुधवार की दोपहर 11 बजे करीब दमकल कर्मियों की अथक मेहनत के बाद पराली की गांठ में लगी हुई आग को काबू किया गया। देर रात तक धुआं और नमी मिलने के कारण बने स्मॉग के चलते आसपास की ढाणियों में रहने वाले लोगों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ा।

ठेकेदार मास्टर सतपाल सिंह ने बताया कि पराली की गांठों के स्टॉक में मंगलवार की देर रात्रि को भीषण आग लगने से लाखों का नुकसान हुआ है। मौके पर दस हजार क्विंटल से भी अधिक पराली की गांठ एकत्र थी। जो सुखविंदर एग्रो बायो एनर्जी प्लांट कैथल में प्रति क्विंटल 139 में बेचने का एग्रीमेंट था। शरारती तत्वों द्वारा लगाई गई चिंगारी के बाद उन्हें लाखों रुपए का नुकसान हुआ है।

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