राज्यपाल सत्यपाल मलिक बोले- अन्नदाता ने अपने अधिकारों व हकों की लड़ाई जीती, किसानों के हित मेरे लिए सर्वोपरि

राज्यपाल मलिक ने कहा कि भविष्य में भी अगर किसानों के खिलाफ कोई सरकार कदम उठाती है तो वह पूरी ईमानदारी से इसका विरोध करेंगे अगर कोई पद छोड़ने की बात आई तो पीछे नहीं हटेंगे।;

Update: 2022-01-02 10:49 GMT

चरखी दादरी : मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक (Satya Pal Malik) ने कहा कि तीनों कृषि कानून रद्द होना किसानों की ऐतिहासिक जीत है। वे खुद भी इन कृषि कानूनों (farm laws) के खिलाफ थे। अन्नदाता ने अपने अधिकारों व हकों की लड़ाई जीती है। भविष्य में भी अगर किसानों के खिलाफ कोई सरकार कदम उठाती है तो वह पूरी ईमानदारी से इसका विरोध करेंगे अगर कोई पद छोड़ने की बात आई तो पीछे नहीं हटेंगे। राज्यपाल सत्यपाल मलिक रविवार को दादरी में किसानों से बातचीत कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि मेरे लिए किसी भी पद से पहले किसानों की हित सर्वोपरि हैं। किसानों के अधिकारों पर आंच नहीं आने दी जाएगी। अगर किसानों का हनन होता है तो उनको सहन करने वाला भी दोषी कहलाता है। किसानों ने पूरी ईमानदारी से आंदोलन किया इसके लिए तमाम किसान संगठन बधाई के पात्र हैं।

राज्यपाल सत्य मलिक ने कहा कि जब सरकार किसानों से संबंधित कानून बनाती है तो पहले किसानों की राय जाने। अगर कोई बिल बनाना है तो किसानों के फायदे के लिए बनाया जाए। अगर बिल के विरोध में किसान सड़कों पर खड़े होंगे तो उसका कोई फायदा नहीं है। उन्होंने तोशाम के डाडम पहाड़ में हुए हादसे पर दुख प्रकट करते हुए उच्च स्तरीय जांच की मांग की।

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