महम के डीएसपी शमशेर सिंह सस्पेंड, गुरमीत राम रहीम से लोगों को मिलवाने का आरोप
डीएसपी पर आरोप है कि सुरक्षा को लेकर ओवरआल इंचार्ज रहे डीएसपी ने वापस लौटते समय डेरा प्रमुख को उसके कुछ लोगों से मिलाया था, जिसमें महिलाएं शामिल थी। पूरे मामले में सुरक्षा में हुई चूक को लेकर पिछले दिनों मामला सुर्खियों में आने के बाद से चर्चा का विषय बना हुआ है।;
दुष्कर्म और हत्या जैसे मामलों में सजा काट रहे डेरामुखी गुरमीत सिंह को स्पेशल ट्रीटमेंट दिलवानेन वाले डीएसपी को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। इस आशय के आदेश भी जारी कर दिए गए हैं।
जानकारी अनुसार रोहतक सुनारिया जेल लाते वक्त डेरामुखी गुरमीत सिंह को उसके रिश्तेदारों से मिलाने स्पेशल सुविधा देने जैसे गंभीर आरोपों से घिरे डीएसपी महम शमशेर सिंह पर आखिरकार गाज गिरी व उन्हें निलंबित कर दिए गए हैं। डीएसपी पर आरोप है कि सुरक्षा को लेकर ओवरआल इंचार्ज रहे डीएसपी ने वापस लौटते समय डेरा प्रमुख को उसके कुछ लोगों से मिलाया था, जिसमें महिलाएं शामिल थी। पूरे मामले में सुरक्षा में हुई चूक को लेकर पिछले दिनों मामला सुर्खियों में आने के बाद से चर्चा का विषय बना हुआ है।
राज्य मुख्यालय से डीएसपी को सस्पेंड करने के आदेश जारी किए हैं। दरअसल, साध्वियों से यौन शोषण के मामले में डेरा प्रमुख गुरमीत 20 साल की सजा काट रहा है। वो इन दिनों रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है। 17 जुलाई को टेस्ट आदि कराने के लिए डेरा प्रमुख को भारी सुरक्षा के बीच दिल्ली स्थित अस्पताल में ले जाया जा रहा था। जाने और आने के दौरान डेरा प्रमुख की सुरक्षा की जिम्मेदारी डीएसपी महम शमशेर के हवाले थी। लौटते वक्त डीएसपी ने डेरा प्रमुख को सरकारी गाड़ी में बैठाया हुआ था। जिनके साथ डेरा प्रमुख को कुछ महिलाओं और कुछ रिश्तेदारों से मिलाया गया। इसके बाद में महम डीएसपी के सुपरविजन में काम कर रहे रोहतक के एक अन्य डीएसपी ने रिपोर्ट एसपी राहुल शर्मा को दी एसपी ने तुरंत एडीजीपी संदीप खिरवार को मामले से अवगत कराया, जिसके बाद पूरे मामले की रिपोर्ट बनाकर मुख्यालय को भेजी थी।
इस रिपोर्ट में डीएसपी महम की सस्पेंड करने की सिफारिश उसी वक्त कर दी गई थी। इस मामले में डीएसपी महम को सस्पेंड कर दिया गया है। डीएसपी महम के सस्पेंड होने के बाद अन्य पुलिस अधिकारियों की भी नींद हराम हो गई है। रास्ते में कई जगह वाहन भी रोके गए और रूट भी बदला गया था,जो पूरी तरह से रिस्क वाली बात थी। इतना ही नहीं नियम विरुद्ध लोगों को मिलवाना और मनमानी करने के कारण डीएसपी पर गाज गिरी है।