Breaking News : कालका के विधायक प्रदीप चौधरी की विधानसभा सदस्यता बहाल
हरियाणा विधानसभा स्पीकर ने इसकी घोषणा की। वहीं विधानसभा सचिवालय की ओर से कालका विधायक की सदस्यता बहाल किए जाने की घोषणा के साथ ही बहाली संबंधी ताजा अधिसूचना भी जारी कर दी है।;
Haribhoomi News : आखिरकार कालका विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक प्रदीप चौधरी की सदस्यता बहाली की घोषणा गुरुवार को स्पीकर हरियाणा विधानसभा ज्ञानचंद गुप्ता ने कर दी है। स्पीकर के फैसले का गत कई दिनों से चौधरी औऱ उनके समर्थक इंतजार कर रहे थे।
विधानसभा सचिवालय की ओर से कालका विधायक की सदस्यता बहाल किए जाने की घोषणा के साथ ही बहाली संबंधी ताजा अधिसूचना भी जारी कर दी है। पंचकूला की कालका सीट से अक्टूबर, 2019 में विधायक बने प्रदीप चौधरी को एक बार फिर से सदस्यता बहाली हो जाने के साथ ही विधानसभा स्पीकर ने राहत प्रदान कर दी है। जिसे लगभग साढ़े 3 माह पूर्व समाप्त कर दिया गया था। स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता ने गुरुवार को एक पीसी बुलाकर बहाली की घोषणा कर दी है। उन्होंने स्वीकार किया कि इस मामले में लीगल रिपोर्ट आने में देरी और कोविड जैसे कारणों से देरी हुई है।
ज्ञात रहे कि इस वर्ष 14 जनवरी को हिमाचल प्रदेश के सोलन नालागढ़ की एक न्यायिक मजिस्ट्रेट अदालत द्वारा एक आपराधिक मामले में आईपीसी की धाराओं 143, 341, 147, 148, 353, 332, 324, 435, 149 एवं लोक संपत्ति नुक्सान निवारण अधिनियम, 1984 की धारा 3 और 4 में दोषी घोषित करार देते हुए प्रदीप चौधरी सहित तीन साल तीन वर्ष कारावास की सजा सुनाई थी। इसके बाद में 30 जनवरी को विधानसभा सचिवालय ने नोटिफिकेशन से उन्हें 14 जनवरी से ही सदन की सदस्यता से अयोग्य घोषित कर दिया था। उक्त सीट को खाली घोषित करने के बाद में इस पर उपचुनाव के लिए भी सरगर्मी तेज हो गई थी। पीसी के दौरान हरियाणा विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता के अलावा डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा और हरियाणा विधानसभा सचिव के साथ साथ में प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे।
मुख्य चुनाव आयुक्त को सूचना भेजी गई
हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने यह भी साफ कर दिया है कि अब सदस्यता बहाली के साथ ही इस संबंध में में विधानसभा की ओर से राज्य निर्वाचन आयोग के सीईओ मुख्य निर्वाचन अधिकारी आफिस को भी सूचित कर दिया जाएगा। उनकी सदस्यता की बहाली हो जाने के बाद में अब इस सीट पर होने वाली उपचुनाव की चर्चाओं पर भी पूरी तरह से विराम लग गया है। दूसरी तरफ प्रदीप चौधरी अपने इलाके में एक बार फिर से सक्रिय होकर काम कर सकेंगे।