हरियाणा में कुरेदा जाएगा गांवों का इतिहास, सरकार के पोर्टल पर अपडेट होगी पूरी जानकारी, जानिए क्या है योजना
उक्त योजना के तहत गांव कब बसा था, बसाने वाला कौन था,गांव की आबादी कितनी, कौन.कौन सी बिरादरी,विकास गतिविधियां व गांव की संस्कृति तथा रहन सहन व खानेेके बारे में जानकारी पोर्टल पर अपडेट करनी होगी। केंद्र सरकार ने यह जिम्मेदारी सीएससी संचालकों को सौंपी है।;
हरिभूमि न्यूज : भिवानी
अब वह दिन दूर नहीं कि आपकी अंगुली के नीचे आपके पूरे गांव का वर्तमान ही नहीं, इतिहास की जानकारी भी होगी। चूंकि केंद्र सरकार ने मेरा गांव मेरी धरोहर योजना ( mera gaon meri dharohar yojana) के तहत गांव व ढाणियों की सारी जानकारी अपडेट करवाए जाने का फैसला लिया है। उक्त योजना के तहत गांव कब बसा था, बसाने वाला कौन था,गांव की आबादी कितनी, कौन.कौन सी बिरादरी,विकास गतिविधियां व गांव की संस्कृति तथा रहन सहन व खानेेके बारे में जानकारी पोर्टल पर अपडेट करनी होगी। केंद्र सरकार ने यह जिम्मेदारी सीएससी संचालकों को सौंपी है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पहली बार केंद्र सरकार ने गांवों की पूरी जानकारी अपडेट करने की तैयारी कर ली है। सरकार ने सीएससी संचालकाें को भेजे निर्देशों में कहा है कि वे जिन गांवों के है उस गांव के बारे में पूरी जानकारी मेरा गांव मेरी धरोहर योजना के पोर्टल पर अपलोड करें। जिसमें गांव या ढाणी को बसाने वाला कौन है, कब गांव बसा था। इनके अलावा गांव की संस्कृति क्या है। रहन-सहन तथा लोगों का भोजन क्या है। इनके अलावा गांव में किस देवता की पूजा की जाती है। गांव के लोगों का कुल देवता कौन है। उसकी पूजा अर्चना कब की जाती है। इनके अलावा गांव की आबादी, साक्षरता के अलावा अन्य जानकारी भी पोर्टल पर अपलोड करने के निर्देश दिए है।
एक बटन दबाते ही गांव की संस्कृति व सभ्यता होगी ओपन
सरकार की योजना सिरे चढने के बाद किसी भी गांव का रिकार्ड व उसकी संस्कृति तथा सभ्यता कम्प्यूटर में ओपन हो जाएगी। ताकि हर व्यक्ति को गांव के इतिहास के बारे में जानकारी हासिल हो सके। साथ ही यह भी पता लग सकेगा कि कौन से गांव को कब बसाया गया था और उसकी सभ्यता, रहन- सहन व खान-पान आदि की जानकारी उपलब्ध हो जाएगी। पोर्टल पर पूरा डाटा अपलोड होने के बाद देश के किसी भी कोने में किसी भी गांव के बारे में जानकारी ली जा सकती है।
क्या कहते हैं अधिकारी
सीएससी के डीएम नीरज शर्मा ने बताया कि गांव की संस्कृति, गांव की धरोहर, पहनावा, खान.पान व इंटरनेट के जरिए पोर्टल पर चढाए जाने की योजना है। फिलहाल भिवानी में 304 पंचायतें है, लेकिन उनमें 326 गांवों का रिकार्ड अपडेट किया जाएगा। इन गांवों का कार्य पूरा होने के बाद अन्य गांवों की सूची तैयार व उनका कार्यक्रम तय होगा। उक्त कार्यक्रम सांस्कृतिक कार्यालय द्वारा किया जा रहा है।