मंत्री देवेन्द्र बबली बोले - किसी को पैसे नहीं खाने दूंगा, केवल भ्रष्टाचारियों को हो रही है तकलीफ, सरपंचों ने किया हंगामा

पंचायत मंत्री रविवार को फतेहाबाद में आयोजित जनसंवाद कार्यक्रम में सरपंचों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान दो-तीन सरपंचों ने अपनी बात रखने को लेकर हंगामा भी किया।;

Update: 2022-12-18 12:09 GMT

सुरेन्द्र असीजा/फतेहाबाद।  प्रदेशभर में जनसंवाद कार्यक्रमों के दौरान ई-टेंडरिंग का विरोध कर रहे सरपंचों को पंचायत मंत्री देवेन्द्र बबली ने दो टूक जवाब देते हुए कहा कि पंचायतों के सभी कार्य ई-टेंडरिंग से ही होंगे। किसी को पैसे नहीं खाने दूंगा। ई-टेंडरिंग का विरोध केवल वही लोग कर रहे हैं जो चुनाव में किए गए खर्च की भरपाई जनता के पैसे से करना चाहते हैं। पंचायत मंत्री रविवार को फतेहाबाद में आयोजित जनसंवाद कार्यक्रम में सरपंचों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान दो-तीन सरपंचों ने अपनी बात रखने को लेकर हंगामा भी किया।

जनसंवाद कार्यक्रम में देवेन्द्र बबली जैसे ही बोलने के लिए आए, उसी समय भट्टू सरपंच एसोसिएशन के प्रधान चन्द्रमोहन पोटलिया ने कहा कि पहले उनकी बात सुनी जाए। इस पर पंचायत मंत्री ने कहा कि वे अपने संबोधन के बाद सबकी बात सुनेंगे लेकिन बबली के भाषण में ये लोग विरोध करते है लेकिन पंचायत मंत्री ने अपना भाषण जारी रखा। पंचायत मंत्री ने इस बीच कहा कि सरपंच अपने आप को गली-नाली तक सीमित न रखें। सरपंच गांव के चहुंमुखी विकास की ओर ध्यान दें। घपले-घोटालों से ऊपर उठकर कार्य करें। इस पर फिर विरोध के स्वर उठे तो उन्होंने सख्त लिहाजा अपनाते हुए कहा कि भ्रष्टाचार रुकने पर जिनको तकलीफ है, वही विरोध कर रहे हैं और कामयाब नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि पहले गांव में गली बनती थी तो जिसके बिल सरपंच पास करवाते थे। ब्लाक समिति भी उसी गली के बिल पास करती थी और बाद में जिला परिषद में भी वह बिल पास हो जाते थे। इस बीच पुलिस अधिकारियों ने कई बार पोटलिया को बिठाने का प्रयास किया लेकिन वह अपनी बात रखने के लिए अड़े रहे। पोटलिया ने बबली से कहा कि वह अपनी बात कहना चाहते हैं। चंद्रमोहन पोटलिया को समझाते हुए देवेंद्र बबली ने कहा कि मैं शरीफ मंत्री हूं, आपकी बात सुनने आया हूं। फतेहाबाद मेरा होम डिस्ट्रिक है, मेरा फायदा उठाओ, भोलेयो, थारी बात सुनुंगा, थारी चाय पीकर पकौड़े खाकर जाऊंगा। तब भी विरोध करने वाले दो सरपंच नहीं माने तो मंत्री ने अपना भाषण जारी रखा और कहा कि प्रदेश में उनके जो कार्यक्रम हुए हैं उनमें जानबूझकर विरोध करवाया। इस दौरान जब मंत्री ने अपना भाषण समाप्त किया तो विरोध करने वाले सरपंच मौके से चले गए। इसके बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए देवेंद्र बबली ने कहा कि ई-टेंडरिंग का विरोध बिना मतलब हो रहा है। उनके कार्यक्रम में सिर्फ दो-तीन किलकी मार होते हैं जो विरोध करते हैं और 95 प्रतिशत से ज्यादा लोग उनकी बातों से सहमत होते हैं। यह लोग सेल्फी लेने वाले लोग होते हैं जो गांव में जाकर यह दिखाएंगे कि उन्होंने मंत्री का विरोध किया।

मंत्री ने सरपंचों को दिखाया राइट टू रिकॉल का डर

पंचायत मंत्री देवेन्द्र बबली ने सरपंचों के विरोध के बीच अपना भाषण खत्म किया और बैठ रहे। जब सरपंच अपनी बात पर अड़े रहे तो बबली दोबारा माइक पर आए और दोबारा भाषण शुरू करते हुए कहा कि सरकार ने राईट टू रिकॉल कानून भी पास कर रखा है। विरोध कर रहे सरपंचों की ओर हाथ करते हुए मंत्री ने कहा कि जनता को मौका मत दो, नहीं तो जनता वापस भी बुला सकती है। इसके बाद उनकी जगह दूसरा भी आ सकता है। उन्होंने फिर अपनी बात दोहराई कि विकास कार्यों के एस्टीमेट भेजो, विकास कार्यों में कोई कमी नहीं आएगी लेकिन किसी को इसमें पैसे नहीं खाने दूंगा। मैं पहले वाली राजनीति नहीं करता कि आओ, खाओ और जाओ। यह सब अब नहीं चलेगा।

Tags:    

Similar News