मंत्री के बयान से 10 हजार जेबीटी अध्यापकों की बेचैनी बढ़ी
हरियाणा प्राइमरी अध्यापक वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान नरेंद्र दहिया का कहना है कि इस तरह का बगैर प्रमाणिक व गैर जिम्मेदाराना ब्यान शोभा नहीं देता।;
हरिभूमि न्यूज. खरखौदा
कृषि मंत्री जेपी दलाल ने अपनी ही सरकार के कार्यकाल में हुई भर्ती को लेकर 9870 जेबीटी भर्ती को रद्द करने को लेकर जो बयान दिया है। उससे प्राइमरी अध्यापक वेलफेयर एसोसिएशन ने कड़ी आपत्ति जताई है, क्योंकि 9870 जेबीटी की भर्ती रद्द नहीं हुई है। लेकिन फिर भी इस तरह की मीडिया में खबर आना अचरज की बात है। हरियाणा प्राइमरी अध्यापक वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान नरेंद्र दहिया का कहना है कि इस तरह का बगैर प्रमाणिक व गैर जिम्मेदाराना ब्यान शोभा नहीं देता।
प्राइमरी अध्यापक वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान नरेंद्र दहिया ने कहा कि 9870 जेबीटी भर्ती माननीय हाईकोर्ट के आदेश पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पूरी जांच पड़ताल करके इस भर्ती को व 9870 परिवारों को अपना आशीर्वाद दिया है। मुख्यमंत्री के आशीर्वाद से वर्ष 2017 में जवाइनिंग हुई थी।
उधर दूसरी तरफ से हाईकोर्ट इस मामले में लगातार सुनवाई कर रहा है, क्योंकि इस भर्ती से जुड़े एमए 2 नम्बर का मामला कोर्ट में विचाराधीन है। इन केसों को जल्दी निपटाने के लिए माननीय हाईकोर्ट लगातार सुनवाई कर रहा।
उन्होंने कहा इतनी बड़ी भर्ती को पूरा करके हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हरियाणा में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया था। सरकार की सकारात्मक सोच के कारण ही दस हजार लोगों को रोजगार मिला था। उन्होंने मंत्री को हम याद दिलाना चाहते हैं कि 9870 जेबीटी को सरकार के सहयोग व उच्च न्यायालय के आदेशों के अनुसार ही नियुक्ति दी गई थी। सरकार ने हर मामले की जांच पड़ताल करवाने के बाद ही 9870 अध्यापकों को नियुक्ति दी थी। इस भर्ती पर एलपीए 686/2016 में एमए 2 मार्क्स का केस पेंडिंग है। जिसमें सिंगल बेंच व डबल बेंच में एफएसएल रिपोर्ट से सिद्ध हो चुका है कि यह सिर्फ एक टेक्निकल फाल्ट था। जिसे रेक्टिफाई कर दिया गया था। अब इस मामले में अंतिम फैसले को लेकर उच्च न्यायालय में बहस चल रही है। अध्यापक संघ सरकार से माँग करता है कि सरकार अपने ही द्वारा की गयी भर्ती पर पहले की भांति सकारात्मक सोच रखे व 10 हजार लोगो के रोजगार को बनाए रखे।