मरीजों के साथ लैब टेस्टों में गड़बड़ी के आरोप, विधायक ने दिए जांच के आदेश
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मुनाफा कमाने व जान बूाकर टैस्ट मशीन खराब करने के आरोप लगने के बाद विधायक निर्मल ने कड़ा एक्शन लेते हुए एसएमओ डा. टीना आन्नद को जांच के आदेश देते हुए कहा कि गलत आदमी किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं होगा।;
गन्नौर। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मुनाफा कमाने व जान बूजकर टैस्ट मशीन खराब करने के आरोप लगने के बाद विधायक निर्मल ने कड़ा एक्शन लेते हुए एसएमओ डा. टीना आन्नद को जांच के आदेश देते हुए कहा कि गलत आदमी किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं होगा। केन्द्र में आने वाले गरीब मरीजों के साथ गड़बड़ी के मामले में ठोस कार्रवाई होगी। हमारा प्रयास लोगों को सुविधाएं देना है, इसलिए सीएचसी को एसडीएच बनाने पर जोर दिया जा रहा है। वहीं इसी मामले में एसटीएलएस पर टीबी व दर्जन अन्य टेस्टिंग समेत अन्य रोगों की जांच करने की सीबी नेट मशीन जानबूझकर खराब करने के आरोप व मुनाफा कमाने के फेर में मरीजों का निजी लैब से टेस्ट कराने व नशे में होकर हंगामा का आरोप लगाकर अस्पताल के 4 लैब टेक्नीशियनों ने लिखित अपनी शिकायत एसएमओ को देकर उचित कार्रवाई की मांग की है।
ज्ञात रहे कि अवार्डी सीएचसी में तीन दिन ने सीबी नेट मशीन खराब होने से टीबी समेत अन्य रोगों के टेस्ट नहीं हो रहे थे। आरोप था कि एसटीएलएस ने मरीजों के साथ बदसलूकी कर हंगामा खड़ा कर दिया। मामले की भनक पुलिस तक पहुंची तो एक सीनियर चिकित्सक ने उसे अस्पताल से जाने की सलाह दे दी। उसके बाद एसटीएलएस ने पुलिस में अस्पताल के तीन एलटी के खिलाफ धमकी देने की शिकायत की। पुलिस ने तीनों एलटी को थाना में बुलाकर बयान दर्ज किए गए।
एलटी की लिखित शिकायत विभाग के उच्च अधिकारियों को भेज दी है : टीना आन्नद
सीएचसी की एसएमओ डा. टीना आन्नद ने बताया कि सोमवार को इन तीनों एलटी के अलावा एक महिला ने एसटीएलएस के खिलाफ लिखित शिकायत दी है। डा. टीना आनंद ने बताया कि महिला समेत चार लैब टेक्नीशियनों ने एसटीएलएस सुनील के खिलाफ लिखित शिकायत दी है। जो विभाग के उच्चाधिकारियों को भेजी गई है। विभाग द्वारा सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मामले को लेकर लैब टेक्नीशियनों ने लगाए गंभीर आरोप
लैब टेक्नीशियनों ने एसएमओ को दी शिकायत में एसटीएलएस पर गंभीर आरोप लगाए है। आरोप लगाया कि सीनियर चिकित्सकों की मिलभगत के कारण मरीजों के साथ उनके घर के सदस्यों के निजी लैब पर टेस्ट कराकर मुनाफा कमाया जा रहा था। चिकित्सक ही उसी लैब की रिपोर्ट को अहमियत देते थे जो चिन्हित लैब से जांच कराई गई है। बयानों में एसटीएलएस के कार्यशैली को बयां कर दिया। लैब टेक्नीशियन देवेंद्र कुमार, प्रेम कुमार व कौशल ने बताया था कि एसटीएलएस सीएचसी में लगा है, जबकि उसके परिजन ने अस्पताल के बाहर प्राइवेट लैब खोल रखी है। आरोप था कि वह खुद मशीन को खराब करता है और मरीजों को अपने परिजन की लैब से ही टेस्ट कराने की बात कहता है, इतना ही नहीं कहीं बार तो मरीजों को लैब तक किसी सदस्य के साथ भेजा जाता। जिससे मरीजों को आर्थिक नुकसान होता है।