हरियाणा में 8 लाख एकड़ से अधिक फसल बरसाती पानी में डूबी ! किस जिले में कितना नुकसान...पढ़ें विस्तृत रिपोर्ट
- कई जिलों में पानी निकालने में अभी 4 से 7 दिन लगेंगे
- फतेहाबाद में सबसे ज्यादा 2.17 लाख एकड़ फसल जलमग्न
- कृषि मंत्री बोले, रिपोर्ट के आधार पर ही मिलेगा मुआवजा
;
हरिभूमि टीम : हरियाणा
हरियाणा में लगातार पांच दिन तक हुई भारी बारिश के कारण अभी भी कई जिलाें के खेतों और घरों में पानी भरा हुआ है। प्राथमिक रिपोर्ट के मुताबिक राज्य में करीब आठ लाख एकड़ से अधिक फसलें जलमग्न हैं। इस पानी को निकालने में 4 से 7 दिन लगेंगे। यह आंकड़ा कम या ज्यादा हो सकता है चूंकि अधिकारी अभी फील्ड में हैं और नुकसान का आंकड़ा लगातार अपडेट हो रहा है। प्रदेश सरकार ने सभी जिलों के डीसी को खेतों से पानी निकालने की हिदायत दी है। साथ ही फसलों को हुए नुकसान के लिए स्पेशल गिरदावरी शुरू करने के निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं। कृषि और पशुपालन मंत्री जेपी दलाल ने सोमवार को कहा कि हम किसानों के हितों के लिए हर जरूरी कदम उठाने के लिए संकल्पबद्ध हैं। बारिश से प्रभावित फसलों की स्पेशल रिपोर्ट तैयार करवाई जाएगी, जिसके आधार पर किसानों को फसलों के खराबे का मुआवजा दिया जाएगा। इसके लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।
फतेहाबाद के 28 गांव डूबे
बताया जा रहा है कि सबसे ज्यादा नुकसान फतेहाबाद जिले को हुआ है। यहां के 28 गांव अभी भी पानी में डूबे हुए है। इन गांवों में घरों व खेतों में पानी घुसा हुआ है। जिले में 2 लाख 17 हजार 235 एकड़ भूमि में फसलें पानी से बर्बाद हो चुकी हैं। कई क्षेत्रों और घरों में 3 फुट तक पानी भरा हुआ है। इसे निकालने में प्रशासन को 4 से 7 दिन का समय लगेगा। यह जानकारी उपायुक्त जगदीश शर्मा ने प्रदेश सरकार को भेजी गई रिपोर्ट में दी है। फतेहाबाद की तहसीलों में 300 से 500 एमएम तक पानी बरसा है सबसे ज्यादा भूना में 570 एमएम बरसात हुई है।
फतेहाबाद में बरसात से जमीन पर बिछी धान की फसल
किस जिले में कितनी फसल प्रभावित
करनाल : यहां 90,000 हजार एकड़ धान के खेतों में बारिश का पानी भरा हुआ है। 15 से 20% नुकसान की आशंका।
कैथल : 1000 एकड़ धान की फसल में पानी भरा हुआ है। करीब 20 से 30 प्रतिशत तक नुकसान को अंदेशा है।
कुरुक्षेत्र : 50 हजार एकड़ फसलों में जलभराव की स्थिति है। फसलों में 15 से 20 प्रतिशत तक का नुकसान है।
रेवाड़ी : बाजरे की कटी हुई फसल में 50 प्रतिशत, जबकि खड़ी फसल में 20 से 25 % नुकसान हुआ है। कपास में 25 से 50% तक नुकसान हुआ है।
सोनीपत : 6 हजार एकड़ भूमि में जलभराव। 20 से 25 प्रतिशत तक नुकसान।
नारनौल : बाजरे की कटी फसल में 80-85 प्रतिशत नुकसान है। खड़ी फसल में 15-20% और कपास में 15-20 प्रतिशत नुकसान का अंदेशा।
रोहतक : 10 से 12 हजार एकड़ फसल में पानी भरा हुआ है। 15 से 20 फीसदी नुकसान होने का अंदेशा।
झज्जर : धान की 18 हजार एकड़ में फसल में 50 से 75 प्रतिशत, कपास की 5 हजार एकड़ फसल में 25 से 50 फीसदी बाजरे की फसल 22 हजार एकड़ में 25 से 50 प्रतिशत नुकसान है।
भिवानी : 15 गावों की 18 हजार एकड़ फसल पानी में डूबी। 30 से 35 फीसदी तक नुकसान हुआ है।
( यह रिपोर्ट संबंधित जिलाें अधिकारियों द्वारा तैयार की गई है। अभी पूरी रिपोर्ट आना बाकी है। आंकड़े कहीं और ज्यादा हो सकते हैं। )
स्पेशल रिपोर्ट तैयार होगी : कृषि मंत्री
कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि प्रभावित फसलों की स्पेशल रिपोर्ट तैयार करवाई जाएगी, जिसके आधार पर किसानों को खराबे का मुआवजा दिया जाएगा। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। खेतों में जमा पानी की निकासी एक सप्ताह में करवा दी जाएगी। इस मामले में कोई भी कोताही बरतेगा तो कार्रवाई की जाएगी।
रिवाइज़ रिपोर्ट आ रही : डीएमओ
अभी जिलों से पूरी रिपोर्ट नहीं मिली है, कुछ जिलों में रिवाइज रिपोर्ट आ रही है। इसलिए अभी कन्फर्म कुछ नहीं कहा जा सकता। लेकिन अनुमान है कि प्रदेश में करीब 8 लाख एकड़ से ज्यादा भूमि जलमग्न है। बाकी रिपोर्ट आने पर ही पूरे आंकड़े जारी किए जाएंगे। - सुरेश दहिया, डीएमओ, चंडीगढ़