Tubewell Connection : बीस हजार से ज्यादा किसानों ने बढ़वाया ट्यूबवेल का बिजली लोड
आंकड़ों पर गौर करें, तो लगभग 21 हजार किसानों (कनेक्शन संचालकों ) ने स्वैच्छिक स्कीम को अपनाने का काम किया है। वहीं हरियाणा सरकार के बिजली निगम को इससे अच्छा खासा फायदा भी मिला है।;
योगेंद्र शर्मा/चंडीगढ़। आखिरकार हरियाणा बिजली निगमों की ओर से उत्तरी और दक्षिणी हरियाणा क्षेत्र के किसानों के लिए घोषित सस्ती स्कीम में किसानों कृषि ट्यूबवेल कनेक्शन संचालकों ने जमकर रुचि दिखाई है। खास बात है कि स्कीम के तहत निगमों को अच्छा खासा राजस्व मिला है, वहीं किसानों की बरसों बरस से चली आ रही समस्या भी खत्म हो गई है।
यहां पर बता दें कि सौ रुपये प्रति किलोवाट के हिसाब से लोड बढ़वाने का अवसर औऱ बिना किसी सर्विस कनेक्शन चार्ज की यह स्कीम गत दो माह पहले ही घोषित की गई थी।। वैसे सर्विस कनेक्शन प्रति कनेक्शन 1500 सौ रुपये बीएचपी है। कृषि किसानों और ट्यूबवेल, गिरते जलस्तर, सोलर पंप से काम नहीं चलने जैसे मुद्दे पर हरियाणा विधानसभा के अंदर भी जमकर हंगामा हो चुका है।
खुद डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की माता और विधायक नैना चौटाला ने अपने हलके के बहाने किसानों की पीड़ा कही थी। पूरे मामले में मनोहर सरकार की ओर से किसानों की परेशानी को समझते हुए उसी समय आश्वस्त किया था कि कृषि कनेक्शनों को लेकर कोई स्वैच्छिक स्कीम तुरंत ही शुरू करें, इसके बाद ही इस स्कीम का एलान हुआ और बड़ी संख्या में इस स्कीम में रुचि दिखाई है।
निगम को फायदा
आंकड़ों पर गौर करें, तो लगभग 21 हजार किसानों (कनेक्शन संचालकों ) ने स्वैच्छिक स्कीम को अपनाने का काम किया है। वहीं हरियाणा सरकार के बिजली निगम को इससे अच्छा खासा फायदा भी मिला है, लगभग दो करोड़ की राशि कृषि पंप संचालकों द्वारा जमा कराई है। कुल मिलाकर हरियाणा विधानसभा के सत्र में गूंजा मामला किसानों के लिए राहत भरा साबित हुआ है, इसके अलावा भी सरकार कुछ अन्य कदम ट्यूबवेल संचालक किसानों के लिए उठाने जा रही है।
भरोसेमंद सूत्रों का कहना है कि दक्षिणी हरियाणा बिजली निगम क्षेत्र में बड़ी संख्या के अंदर कृषि कनेक्शन संचालकों ने स्कीम को अपनाया है। इस क्षेत्र में 20,694 ग्राहकों ने इसे स्वीकार किया है । इस स्कीम के तहत लोड बढ़ाने के लिए लगभग 5 लाख 87 हजार बीएचपी ब्रेकिंग हॉर्स पावर लोड बढ़ाया है, जिसमें अकेले दक्षिणी हरियाणा क्षेत्र में 1,96380 ब्रेकिंग हॉर्स पावर लोड बढ़ा है जबकि 199.55 लाख का राजस्व बिजली निगम को प्राप्त हुआ है, कुल मिलाकर सरकार की यह स्कीम किसानों के लिए लाभकारी साबित हो रही है, हरियाणा के मुख्यमंत्री के दिशा निर्देशों पर केवल कनेक्शन के साथ-साथ सोलर पंप को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके अलावा उत्तरी हरियाणा बिजली वितरण निगम में क्षेत्र में बड़ी संख्या में उपभोक्ताओं ने सुरक्षित स्कीम में हिस्सा लिया कुल मिलाकर 63674 ने इसे स्वीकार किया है। दक्षिण हरियाणा बिजली निगम क्षेत्र में सबसे ज्यादा लोड बढ़ाने वाले जिले जींद, सिरसा और फतेहाबाद के बाद रेवाड़ी नारनौल और गुड़गांव सर्कल में आते हैं, सबसे कम सुरक्षित स्कीम में हिस्सा फरीदाबाद सर्कल से लिया गया है।
नहीं आने देंगे किसानों को दिक्कत
हरियाणा बिजली निगमों यूटिलिटी के अध्यक्ष पीके दास का कहना है कि राज्य के किसानों को किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं आने देंगे।। उनका यह भी कहना है कि जिलों में सोलर सिस्टम और सोलर कनेक्शन को भी तरजीह दी जा रही है।