नगर निगम चुनाव : उधेड़बुन में भाजपा और कांग्रेस, हो रहीं हैं गुप्त बैठकें
प्रदेश में और केंद्र में राज कर रही भाजपा पूरे जोश में है, लेकिन बरोदा उप-चुनावों में जीत से कांग्रेस में भी जोश की कमी नहीं है। अभी कुछ दिन पहले तक जहां कांग्रेस के पास उम्मीदवारों की कमी दिखाई दे रही थी, वहीं सिम्बल पर चुनाव लड़ने की घोषणा से ही कांग्रेस के पास उम्मीदवारों का तांता लग गया है।;
हरिभूमि न्यूज : सोनीपत
सोनीपत नगर निगम चुनाव का बिगुल बज चुका है। प्रदेश में और केंद्र में राज कर रही भाजपा पूरे जोश में है, लेकिन बरोदा उप-चुनावों में जीत से कांग्रेस में भी जोश की कमी नहीं है। अभी कुछ दिन पहले तक जहां कांग्रेस के पास उम्मीदवारों की कमी दिखाई दे रही थी, वहीं सिम्बल पर चुनाव लड़ने की घोषणा से ही कांग्रेस के पास उम्मीदवारों का तांता लग गया है।
दूसरी ओर रूलिंग पार्टी यानि की भाजपा से टिकट के चाहने वालों की लाइनें भी दिन-प्रतिदिन लंबी होती जा रही है। मजे की बात ये है कि दोनों ही पार्टियां अभी तक अपने मेयर पद के दावेदार को तय नहीं कर पाई है। विधानसभा से अधिक क्षेत्र और विधायक से अधिक खर्च करने की क्षमता के चलते मेयर का पद खास भी हो जाता है। ऐसे में दोनों ही पार्टियां उधेड़बुन में लगी हुई है।
हालांकि दोनों पार्टियों में एक कॉमन बात ये नजर आ रही है कि भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों में मेयर पद के लिये पंजाबी नेता पहली पसंद बने हुए हैं। इतना ही नहीं दोनों पार्टियों की गुप्त बैठकें भी होने लगी है। इन गुप्त बैठकों के जरिये मेयर पद के लिए सहमति बनाने के साथ-साथ कुछ वार्डों में पार्षद पद के लिए भी उपयुक्त चेहरा चुनने का काम चल रहा है। हालांकि मेयर पद के प्रत्याशियों की भीड़ में भाजपा थोड़ी कमतर आंकी जा रही है, क्योंकि भाजपा के पास जो नेता हैं, वो चुनाव लड़ना नहीं चाहते। इसी वजह से भाजपा को मेयर पद का उम्मीदवार ढूंढने में थोड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है।
सोनीपत शहर में ही भाजपा थिंक टैंक की एक गुप्त बैठक हुई है। बैठक में मेयर पद के प्रत्याशी के लिये गहरा मंथन किया गया। इस मंथन में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के सामने चार पंजाबी चेहरों को लेकर चर्चा की गई। बताया जा रहा है कि काफी देर तक चली बैठक के दौरान एक बड़े भाजपा नेता से चुनाव लड़ने के लिये कहा गया था, लेकिन उन्होंने चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया। इसके बाद जिन चार चेहरों को लेकर चर्चा की गई। उसमें दो युवा और दो वरिष्ठ नेताओं के नाम शामिल हैं। हालांकि इस गुप्त बैठक में भी कुछ खास फाइनल नहीं हो सका। इसीलिए उम्मीद जताई जा रही है कि 14 दिसंबर तक भाजपा द्वारा प्रत्याशी की घोषणा की जा सकती है।
कांग्रेस का पैनल तय करेगा नाम या हुड्डा के हाथों होगी कमान
अभी तक तो कांग्रेस की ओर से एक 11 सदस्यीय पैनल बनाया गया है। ये ही पैनल उम्मीदवारों का नाम शॉर्टलिस्ट कर आगे हाईकमान को भेजेगा। इस पैनल में शामिल आधे से अधिक लोग तो सीधे तौर पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खास हैं। हालांकि एक चर्चा ये भी है कि पैनल मेयर या पार्षद के लिए नाम फाइनल करने की बजाए अपनी तरफ से भूपेंद्र सिंह हुड्डा को पत्र लिखकर उन्हीं को नाम फाइनल करने का हक दे सकता है। अगर ऐसा नहीं होता तो भी पूर्व मुख्यमंत्री का इस लिस्ट में पूरा हस्तक्षेप होगा। दूसरी ओर मेयर और पार्षदों के नाम तय करने में मौजूदा शहरी विधायक का भी काफी प्रमुख किरदार रहेगा। उम्मीद जताई जा रही है कि कांग्रेस 12 या 13 दिसंबर तक ही नाम फाइनल कर देगी।
235 बूथ पर ढाई लाख मतदाता करेंगे भविष्य का फैसला
बता दें कि सोनीपत नगर निगम के चुनाव 27 दिसंबर को होंगे, जिसके लिए 235 बूथ बनाए गए हैं। मेयर के साथ 20 वार्डों के पार्षदों के चुनाव एक साथ होंगे। नगर निगम चुनावों में 2 लाख 46 हजार 871 मतदाता अपने मत का प्रयोग करेंगे, जिनमें पुरुष मतदाताओं का आंकड़ा 1 लाख 29 हजार 808 और महिला मतदाताओं की संख्या 1 लाख 17 हजार 61 है। निगम चुनावों के लिए 11 से 16 दिसंबर तक नामांकन दाखिल किए जाएंगे। इसके उपरांत 17 दिसंबर को नामांकन पत्रों की छंटनी का कार्य किया जाएगा। नामांकन वापसी की तिथि 18 दिसंबर है। मतगणना 30 दिसंबर को ही की जाएगी।
कांग्रेस कार्यालय में भी लगी भीड़
कांग्रेस पार्टी में भी नगर निगम के मेयर और पार्षद के लिए प्रत्याशियों की भीड़ है। मेयर पद के लिए अब तक 10 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जबकि पार्षद पद के लिए 135 से ज्यादा आवेदन प्राप्त हो चुके हैं। कांग्रेस की ओर से चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीवारों के लिए आवेदन लेने के साथ ही उनके साक्षात्कार भी लिए जा रहे हैं। बुधवार को वार्ड संख्या 1 से 10 तक के इच्छुक उम्मीदवारों का साक्षात्कार लिया गया। इन वार्डों में अब तक वार्ड संख्या 3 और 10 से केवल एक-एक दावेदारों ने ही चुनाव लड़ने के लिए आवेदन किया है। चुनाव संचालन समिति के सदस्य प्रदीप गौतम ने बताया कि वार्ड पार्षदों के बाद मेयर पद के दावेदारों के साथ भी बैठक होगी। इसके बाद यहां से प्रत्याशियों का पैनल 11 सदस्यीय कमेटी को भेजी जाएगी और वहां से प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा के पास यह सूची जाएगी, जो उम्मीदवारों के नामों की घोषणा करेंगी।