रजिस्ट्री करने के नाम पर 14 हजार की रिश्वत लेता नायब तहसीलदार गिरफ्तार

नायब तहसील अमित कुमार रजिस्ट्री करने के नाम पर एडवोकेट बलवीर सिंह शेखावत से रुपयों की डिमांड कर रहा था।;

Update: 2022-01-18 12:19 GMT

सतनाली ( महेंद्रगढ़ )

सतनाली उप-तहसील के नायब तहसीलदार अमित कुमार विजिलेंस के हत्थे चढ़े हैं। वह जमीन की रजिस्ट्री करने की एवज में 14 हजार रुपये बतौर रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किए गए हैं। विजिलेंस को अभी सतनाली के रजिस्ट्री क्लर्क सोमवीर की तलाश है, जो छुट्टी लेकर कार्यालय भूमिगत बना हुआ है। इन दोनों पर विजिलेंस ने गत चार जनवरी को भी भ्रष्टाचार का एक मुकदमा दर्ज किया था। फिलहाल विजिलेंस नारनौल ने नायब तहसीलदार अमित को मंगलवार को कार्यालय से रिश्वत के 14 हजार रुपयों समेत रंगें हाथों गिरफ्तार कर लिया है।

 सतनाली उप-तहसील से वहां के निवासी एडवोकेट बलबीर सिंह शेखावत ने अपनी पत्नी पुष्पा व पार्टनर के साथ कुछ जमीन की खरीद-फरोख्त की थी। जिसमें से जमीन की दो रजिस्ट्री उन्होंने गत 28 दिसंबर 2021 को करवाई थी। इसकी एवज में उन्होंने उस वक्त 40 हजार रुपये नायब तहसीलदार अमित कुमार को दिए। जमीन की रजिस्ट्री का सौदा नायब तहसलीदार से एक रजिस्ट्री के 20 हजार रुपये में तय हुआ था और इसे एडवोकेट बलबीर सिंह शेखावत ने अपने फोन में रिकार्ड कर लिया था। सौदे अनुसार उन्होंने 28 दिसंबर को 40 हजार रुपये देकर दो रजिस्ट्रियां करवा ली। बाद में उन्होंने फोन रिकार्डिंग के आधार पर विजिलेंस में लिखित शिकायत कर दी।

इसके आधार पर विजिलेंस ने रिकार्डिंग एवं शिकायत के आधार पर आरोपित नायब तहसीलदार एवं रजिस्ट्री क्लर्क सोमवीर के विरुद्ध भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज कर लिया और चार जनवरी को रैड की तैयारी की। चार जनवरी को एडवोकेट शेखावत उप-तहसील कार्यालय गए, लेकिन वहां नायब तहसीलदार एवं रजिस्ट्री क्लर्क उपस्थित नहीं हुए। इस कारण उस दिन रैड कामयाब नहीं हो पाई और पूरे दिन इंतजार करने के बाद वापस बैरंग लौट आए। इसके बाद पुन: सिलसिला आगे बढ़ा तथा कुछ और रजिस्ट्रियां 18 जनवरी को होनी तय हुई। जबकि ड्यूटी मैजिस्टे्रट बिजली निगम महेंद्रगढ़ के कार्यकारी अभियंता बुधराम पंवार के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया।

मंगलवार को जमीन की रजिस्ट्री कराने के लिए शिकायतकर्ता एडवोकेट शेखावत अपनी पत्नी पुष्पा एवं पार्टनर के साथ उप-तहसील सतनाली कार्यालय गए तथा वहां पर जमीन की रजिस्ट्री करवा ली तथा नायब तहसीलदार अमित कुमार को फिलहाल केवल 14 हजार रुपये दिए गए। विजिलेंस टीम ने इशारा मिलते ही रेड मार दी तथा नायब तहसीलदार अमित कुमार को रंगें हाथों मौके से दबोच लिया। विजिलेंस को अभी रजिस्ट्री क्लर्क सोमवीर की तलाश है। सोमवीर कार्यालय से 15 दिन की छुट्टी लेकर फिलहाल विजिलेंस की पहुंच से दूर बना हुआ है। फिलहाल नायब तहसीलदार अमित कुमार विजिलेंस के चंगुल में फंस चुका है तथा उन्हें विजिलेंस बुधवार को नारनौल अदालत में पेश करेगी। गौर हो कि इससे पहले इसी विजिलेंस ने नसीबपुर जेल से दो जेल वार्डरों राजन कुमार एवं गजेसिंह को गिरफ्तार किया था। बाद में तफ्तीश के आधार पर हवलदार विवेक, जेल उपाधीक्षक कुलदीप सिंह हुड्डा तथा जेल अधीक्षक अनिल कुमार जांगड़ा भी उसके चंगुल में फंस गए।

Tags:    

Similar News