Narnaul : रोडवेज बस कंडेक्टरों के पास अब होगी ई-टिकटिंग मशीन, जीरो बैलेंस की टिकट बनाना हुआ संभव
रोडवेज बसों के कंडेक्टर अब ई-टिकटिंग मशीन से लैस हो गए हैं। अब सभी कंडेक्टर मैन्यूअल की बजाए ई-टिकटिंग मशीन से सवारियों की टिकट काटेंगे। दो खेप में डिपो को कुल 138 ई-टिकटिंग मशीन प्राप्त हो चुकी हैं।;
Narnaul : डिपो की सभी रोडवेज बसों के कंडेक्टर अब ई-टिकटिंग मशीन से लैस हो गए हैं। अब सभी कंडेक्टर मैन्यूअल की बजाए ई-टिकटिंग मशीन से सवारियों की टिकट काटेंगे। दो खेप में डिपो को कुल 138 ई-टिकटिंग मशीन प्राप्त हो चुकी हैं। यह मशीन मिलने से अब फ्री यात्रा करने वालों को जीरो बैलेंस की टिकट भी बनाकर दे सकेंगे।
बस स्टैंड इंचार्ज सतीश कुमार ने बताया कि नारनौल डिपो में ई-टिकटिंग की पहली बार 60 मशीनें आई थी और अब 78 मशीनें आई हैं। इन 78 मशीनों के आने के बाद नारनौल डिपो में कुल 138 ई टिकटिंग मशीन हो चुकी है तथा अब नारनौल डिपो के सभी परिचालकों को ई-टिकटिंग मशीन उपलब्ध करवाई जा चुकी है। अगर मशीन में कोई टेक्निकल फाल्ट हो जाता है तो परिचालक को बुकिंग ब्रांच से संपर्क करके ही मैन्यूअल टिकट बनाने की अनुमति है अन्यथा वह अपनी मर्जी से मैन्यूअल टिकटें नहीं बना सकता। दूसरी ओर नारनौल डिपो प्रधान अनिल भीलवाड़ा ने बताया कि ई-टिकटिंग मशीन आने से पहले परिचालक विभिन्न कैटेगरियों में जीरो बैलेंस की टिकट वितरित नहीं कर पाता था, लेकिन इन मशीनों के मिलने पर जीरो बैलेंस की टिकट देना भी संभव हो गया है। हरियाणा रोडवेज में छात्राओं को उनके निवास स्थान से 150 किलोमीटर तक जिस संस्था में वह पढ़ रही है, वहां तक फ्री यात्रा की सुविधा, हरियाणा पुलिस के कर्मचारियों, शत-प्रतिशत दिव्यांग व उसके साथ एक सहायक, सांसद एवं भूतपूर्व सांसद, विधायक एवं भूतपूर्व विधायक, स्वतंत्रता सेनानी व स्वतंत्रता सेनानियों की विधवाएं, नेत्रहीन व्यक्ति संबंधित उपयुक्त द्वारा जारी किया गया पहचान पत्र के आधार पर फ्री यात्रा कर सकता है।
हिंदी आंदोलन वाले, कैंसर पेशेंट जिसका हॉस्पिटल में ईलाज चल रहा है, वहां से घर तक आना-जाना फ्री व उसके साथ एक सहायक भी फ्री यात्रा कर सकता है। उपरोक्त सभी को अब जीरो बैलेंस की टिकट परिचालक वितरित कर सकता है, जो पहले यह सुविधा उपलब्ध नहीं थी। इतना ही नहीं, ई-टिकटिंग मशीन आने से परिचालकों को बस में बैठे कुल यात्रियों की संख्या का पता चल जाता है कि बस में कितने यात्री शत-प्रतिशत फ्री यात्रा करने वाले बैठे हैं, कितने यात्री 50 प्रतिशत फ्री यात्रा करने वाले हैं और कितने फुल यात्रा पत्र प्राप्त करने वाले हैं। इन सबका योग करने पर परिचालक को पता चल जाएगा कि बस में कुल कितनी सवारियां हैं।
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