राष्ट्रीय हस्तशिल्प प्रदर्शनी व सांस्कृतिक उत्सव : भारतीय ही नहीं, विदेशी शिल्पकारों को भी भा रही प्रदर्शनी

बहादुरगढ़ के सेक्टर-6 स्थित कम्युनिटी सेंटर में प्राचीन कारीगर एसोसिएशन व रूरल एंड अर्बन डेवलपमेंट द्वारा नाबार्ड के सहयोग से दस दिवसीय राष्ट्रीय हस्तशिल्प प्रदर्शनी और सांस्कृतिक उत्सव का आयोजन किया गया है। देशभर के नामी शिल्पकार अपनी अद्भुत कला का प्रदर्शन कर रहे हैं।;

Update: 2023-10-30 05:26 GMT

Bahadurgarh News : बहादुरगढ़ शहर में आयोजित राष्ट्रीय हस्तशिल्प प्रदर्शनी व सांस्कृतिक उत्सव में नामी कलाकारों की रचनाएं लोगों के मन को खूब भा रही हैं। भारतीय कला प्रेमी ही नहीं बल्कि विदेशी हस्तशिल्प भी इसमें रुचि ले रहे हैं। इंटरनेट मीडिया के जरिये प्रदर्शनी को देखने के बाद ऐसे आयोजन में भाग लेने की इच्छा जाहिर कर रहे हैं।

दरअसल, बहादुरगढ़ के सेक्टर-6 स्थित कम्युनिटी सेंटर में प्राचीन कारीगर एसोसिएशन व रूरल एंड अर्बन डेवलपमेंट द्वारा नाबार्ड के सहयोग से दस दिवसीय राष्ट्रीय हस्तशिल्प प्रदर्शनी और सांस्कृतिक उत्सव का आयोजन किया गया है। देशभर के नामी शिल्पकार अपनी अद्भुत कला का प्रदर्शन कर रहे हैं। उनकी कला लोगों को खूब भा रही है। रोजाना बड़ी संख्या में लोग प्रदर्शनी को देखने आ रहे हैं। शाम के वक्त आयोजित सांस्कृतिक उत्सव भी आकर्षण का केंद्र बना है। बहादुरगढ़ में इस तरह का यह 9वां आयोजन है। खास बात ये कि दूसरे मुल्क के शिल्पकार और कला प्रेमी भी इस प्रदर्शनी व कला में रुचि दिखा रहे हैं। इंटरनेट मीडिया के जरिये प्रदर्शनी देखने के बाद खुद भी इसमें भाग लेने की दिलचस्पी दिखा रहे हैं।

सीरिया के हस्तशिल्पकार इस्कंदर इस्तेफान अलहलाबी के मन को यह प्रदर्शनी भा गई। इस्कंदर सीरिया के दमिश्क शहर से हैं और जैतून की लकड़ी पर नक्काशी करते हैं। अपने देश में उनकी बड़ी पहचान है। देश-विदेश में अपनी कला का प्रदर्शन करते हैं। इंटरनेट मीडिया पर बहादुरगढ़ में आयोजित प्रदर्शनी देखने के बाद आयोजकों से संपर्क किया। उन्होंने कहा कि वह और उनके साथी शिल्पकार इस आयोजन में भाग लेकर अपनी कला दिखाना चाहते हैं। हम किस तरह से इसमें भाग ले सकते हैं। वहीं, शिल्पकार सूर्यकांत बोंदवाल ने कहा कि हम इस्कंदर इस्तेफान का आग्रह स्वीकार करते हैं। भविष्य में जल्द ही अंतराष्ट्रीय स्तर ही शिल्पकला प्रदर्शनी करने का प्रयास किया जाएगा। उसमें हम इस्कंदर सहित दुनियाभर के हस्तशिल्पियों को आमंत्रित करेंगे। इससे निश्चित ही देश की नई प्रतिभाओं को भी कुछ सीखने को मिलेगा।

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