Asian Boxing Championships : मुक्केबाजी में हरियाणा से मिला नया एशियन चैंपियन, संजीत कुमार ने दुबई में जीता गोल्ड
रोहतक जिले के रिटौली के फौजी संजीत ने एशियाई मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया। उन्होंने फाइनल मुकाबले में वासिली लेविट को 4-1 से हराया।;
हरिभूमि न्यूज : रोहतक
मुक्केबाजी को रोहतक से नया एशियन चैंपियन मिल गया है। रिटौली के फौजी संजीत ने एशियाई मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया। उन्होंने फाइनल मुकाबले में वासिली लेविट को 4-1 से हराया। संजीत का परिवार सोमवार को टकटकी लगाए बैठा था। जैसे ही गोल्ड जीता वैसे ही खुशी से उछल पड़े। संजीत के परिवार की खास बात ये है कि यह 17 लोगों को संयुक्त परिवार है। पिता सोमबीर कबड्डी के खिलाड़ी रह चुके हैं और भाई संजीव भी बॉक्सिंग प्लेयर हैं। 9 साल पहले संजीत ने अपने भाई संजीव से ही बॉक्सिंग सीखनी शुरू की थी। संजीव सुनारियां रोड पर आर्यन बॉक्सिंग स्पोर्ट्स क्लब के नाम से एकेडमी चलाते हैं। उन्होंने अपने भाई को 9 साल में बॉक्सिंग के वे गुर सिखाए कि संजीत आज एशियन चैंपियन बन गया। संजीव बताते हैं कि संजीव के मुक्कों की धार और उनका डिफेंस इतना जबरदस्त है कि सामने वाला चौक जाए। सोमवार को पूरा परिवार टीवी पर संजीत का मैच देख रहा था। गोल्ड जीतते ही सभी ने मिठाई बांटी।
नाम रोशन किया
पिता सोमबीर और माता नसीब देवी का कहना है कि बेटे संजीत ने हमारा ही नहीं बल्कि देश का नाम रोशन किया है। मां बताी हैं कि संजीत को देसी घी का चूरमा पसंद है और आज इतिहास रच दिया।
चैंपियन के गुण थे
बड़े भाई संजीव कहते हैं कि संजीव जब प्रैक्टिस करता था तो उसमें शुरू से ही चैंपियन वाले गुण थे। प्रैक्टिस करवाते समय भी वह इस तरह की तकनीक पूछता था, जो सामने वाला प्रतिद्वंद्वी पकड़ न सके। आज मेरी मेहनत सफल हुई।
मां अखंड ज्योत जलाई : संजीत की मां नसीब देवी ने 19 मई को उसी दिन शिव भगवान के सामने ज्योत लगा दी थी, जब संजीव चैंपियनशिप में भाग लेने गया था। आज तक ज्योत चल रही है। उसके आने के बाद गांव में दादा मटाना के मंदिर में इसे पूरा किया जाएगा।