NH 152 D : नेशनल हाईवे 152 डी पर आज से टोल वसूली शुरू, जानिए इस HighWay के बारे में सब कुछ

नारनौल से अम्बाला तक बनाए गए नवनिर्मित राष्ट्रीय राजमार्ग 152 डी को आमजन के लिए खोल दिया गया है। एक अगस्त को सुबह आठ बजे से इस रोड पर टोल टैक्स की वसूली आरंभ हो जाएगी।;

Update: 2022-08-01 00:30 GMT

नारनौल से अम्बाला तक बनाए गए नवनिर्मित राष्ट्रीय राजमार्ग 152 डी को आमजन के लिए खोल दिया गया है। एक अगस्त को सुबह आठ बजे से इस रोड पर टोल टैक्स की वसूली आरंभ हो जाएगी। करीब 217 किलोमीटर लंबा यह 152 डी हाईवे कुरूक्षेत्र जिले के इस्माईलाबाद गंगहेड़ी से नारनौल बाईपास व कोटपुतली के एनएच 148 नंबर तक खोल दिया गया है। भारतमाला परियोजना के अंतर्गत बनाए इस राजमार्ग के निर्माण पर करीब 6 हजार करोड़ रूपये की राशि खर्च की गई है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण का यह 6 लेन का एक्सेस कंट्रोल्ड ग्रीनफील्ड कॉरीडोर है। यह पूरा कॉरिडोर एडवांस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम और क्लोज टोलिंग सिस्टम से परिपूर्ण है। इसमें प्रवेश एवं निकासी के लिए कुल 16 विभिन्न स्थानों पर इंटरचेंज का निर्माण किया गया है। इस हाईवे पर कुल चार टोल बनाए गए हैं। पहला टोल महेंद्रगढ में है। इस हाईवे पर जाने के लिए कुल 14 एंट्री व एग्जिट पाॅइंट बनाए गए हैं। ये प्वाइंट 7 नेशनल हाईवे व 7 स्टेट हाईवे पर बनाए हैं। बीच में कहीं भी वाहन रोककर टोल नहीं देना पड़ेगा। हाईवे के नीचे सर्विस लेन पर जहां एंट्री-एग्जिट पाॅइंट बनाए हैं वहीं पर टोल टोक्स देना पड़ेगा। 

16 स्थानों पर इंटरचेंज

इस हाइवे पर होने वाली हर घटना पर कंट्रोल सेंटर में एटीएमएस के माध्यम से निगरानी रखी जाएगी। लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए इस परियोजना में छह जगहों पर विश्वस्तरीय वे साइड एमेनिटीज का भी निर्माण किया गया है। जहां लोगों के लिए टॉयलेट फेसिलिटी, ट्रामा सेंटर, पेट्रोल पंप, कायोस्क रेस्टोरेंट, ढाबा, चिल्ड्रन पार्क, ट्रक एवं ट्रेलर पार्किंग इत्यादि की समुचित व्यवस्था की गई है। साथ ही परियोजना में 16 स्थानों पर इंटरचेंज, दो मुख्य टोल प्लाजा व 8 आरओबी बनाए गए हैं।

ये हैं एंट्री व एग्जिट प्वाइंट 

आप अटेली-महेंद्रगढ़ स्टेट हाईवे पर, समसपुर-चरखीदादरी नेशनल हाईवे 334 बी पर, रोहतक-भिवानी नेशनल हाईवे 709, रोहतक-हिसार नेशनल हाईवे 9 पर, गोहाना-महम रोड रोड स्टेट हाईवे 16 पर, जींद-रोहतक हाईवे पर जुलाना में, जींद-गोहाना ग्रीन फील्ड नेशनल हाईवे पर, सफीदो-जींद रोड स्टेट हाईवे 16 पर , करनाल-असंध-जींद नेशनल हाईवे-709 ए पर, असंध-कैथल रोड स्टेट हाईवे 11 पर, पूंडरी के समीप कैथल-करनाल स्टेट हाईवे 08 पर, ढांड-करनाल-पटियाला रोड स्टेट हाईवे 33 पर, थानेसर-पिहोवा रोड स्टेट हाईवे 06 पर और गंगहेड़ी के पास नेशनल हाईवे हिसार-चंडीगढ़ रोड से इस हाईवे पर एंट्री और एग्जिट कर सकते हैं।

ये वाहन इस हाईवे पर बैन 

इस हाईवे पर धीमी गति से चलने वाले वाहनों का चलना वर्जित किया गया है। हलके वाहनों की स्पीड 100 किलोमीटर प्रति घंटा और भारी वाहनों की स्पीड 80 किलोमीटर प्रति घंटा निर्धारित की गई है। इस राजमार्ग को हाई स्पीड एक्सिस कंट्रोल्ड कोरिडोर के रूप में विकसित किया गया है, जिसमें धीमी गति वाले वाहनों को खतरा होने की संभावना को ध्यान में रखते हुए राजमार्ग प्रशासक द्वारा इस हाइवे पर धीमी गति के वाहनों जैसे मोटर साइकिल एवं अन्य दुपहिया वाहनों, तिपहिया वाहनों, गैस मोटर चालित वाहनों, ट्रेलर के साथ या ट्रेलर के बिना ट्रैक्टर, बहुधुरीय हाइड्रोलिक ट्रेलर वाहन, क्वाड्री साइकिल इत्यादि का चलना वर्जित किया गया है। यह निर्णय इस हाईवे के सुगमता से परिचालन एवं धीमी गति के वाहनों के कारण होने वाली दुर्घटनाओं से बचाव के लिए लिया गया है।

कितना लगेगा टोल टैक्स

इस हाईवे पर पूरे सफर के लिए कार और जीप छोटे वाहनों को 335 रुपये, कमर्शियल वाहनों को 540 रुपये और बस व ट्रक को 1135 रुपये टोल टैक्स देना होगा। हाईवे पर आप जितना सफर करेंगे उसी हिसाब से टोल टैक्स देना पड़ेगा। हाईवे पर चढ़ते समय टोल नहीं देना हाेगा, बल्कि उतरते समय आपने जितने किलोमीटर का सफर तय किया गया, उसी हिसाब से टोल टैक्स देना पड़ेगा। हाईवे पर हर एंट्री और एग्जिट प्वाइंट पर टोल प्लाजा बनाए गए हैं। जहां कैमरों में हर एक वाहन की गतिविधि कैद होगी। 

हरियाणा के आठ जिले कवर

इस परियोजना में दो हजार हैक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया गया है, जिसके लिए तीन हजार करोड़ रूपये का मुआवजा किसानों को वितरित किया गया है। इस राजमार्ग के शुरू होने से जयपुर-चंडीगढ़ जाने वाले यात्रियों का समय बचेगा। यह राजमार्ग अम्बाला-कोटपुतली कोरिडोर का भाग है जो कि हरियाणा के 8 विभिन्न जिलों कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, जींद, रोहतक, भिवानी, चरखी दादरी और महेंद्रगढ़ के लगभग 112 विभिन्न गांवों से होकर गुजरता है और यह आगे नारनौल बाईपास और फिर एनएच-148बी से जुड़ा है जो कोटपुतली के पास पनियाला मोड पर दिल्ली जयपुर राजमार्ग से मिलता है।

40 अंडरपास

केंद्र सरकार की ओर से इस हाईवे के निर्माण के लिए 5108 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया था। जिसकी चौड़ाई 70 मीटर निर्धारित की गई। हाईवे में 122 ब्रिज व अंडरपास बनाए गए हैं। दिलचस्प बात है कि यह हाईवे किसी भी शहर या गांव के मध्य से नहीं निकाला गया है, न ही इसके बनाते समय यातायात व्यवस्था प्रभावित हो सकी है। सभी शहर व गांव बाइपास रखे गए हैं। कार्य पूरा होने के बाद एक सौ किलोमीटर प्रतिघंटा से अधिक की स्पीड वाहन चालकों को चंडीगढ़ जाने में सुविधा होगी। प्रोजेक्ट के मुताबिक इस राजमार्ग पर 40 लाइट वाहन अंडरपास और 110 छोटे वाहन अंडरपास बनाए गए हैं। इसके अलावा सात आरओबी भी हैं। इस सड़क मार्ग के दोनों ओर एक लाख 36 हजार 200 पौधे लगाए जाएंगे ताकि पर्यावरण को हरा-भरा बनाया जा सके। इस मार्ग के दोनों ओर 500 मीटर एरिया को कवर किया गया है। 

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