किसान आंदोलन : निहंगों ने शुरू की वापसी, उखाड़े तम्बू, ट्रकों में लादा सामान

कुंडली के टीडीआई मॉल के पास धरना दे रहे निहंगों ने कहा कि सरकार ने कृषि कानून वापस लेकर उनकी मांग मान ली है। अब उन्हें जाने के आदेश हुए हैं। बाकी छोटी-मोटी मांगों को संयुक्त किसान मोर्चा देखेगा। वहीं;

Update: 2021-12-05 14:22 GMT

हरिभूमि न्यूज. सोनीपत

एक ओर तो संयुक्त किसान मोर्चा ने किसान आंदोलन जारी रखने का निर्णय लिया है, वहीं निहंगों ने घर वापसी की तैयारी शुरू कर दी है। निहंगों की एक जत्थेबंदी ने सामान समेटना शुरू कर दिया है। कुंडली के टीडीआई मॉल के पास धरना दे रहे निहंगों ने कहा कि सरकार ने कृषि कानून वापस लेकर उनकी मांग मान ली है। अब उन्हें जाने के आदेश हुए हैं। बाकी छोटी-मोटी मांगों को संयुक्त किसान मोर्चा देखेगा।

4 दिसम्बर को सिंघू बार्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा की अहम बैठक हुई थी, जिसमें मोर्चा के नेताओं ने एम.एस.पी. गारंटी कानून समेत बाकी सभी 6 लंबित मांगें पूरी होने तक आंदोलन जारी रखने का नर्णिय लिया था। वहीं, रविवार को कुंडली में टी.डी.आई. मॉल के पास धरनारत गुरदासपुर के पंथ काली गुरुनानक नाम की निहंग जत्थेबंदी ने वापसी का ऐलान कर दिया। निहंग जत्थेदारों ने न केवल अपना सामान समेटकर ट्रकों में लाद दिया बल्कि अपने घोड़ों को भी ट्रकों में चढ़ाकर चलने की तैयारी की।

उन्होंने धरनास्थल पर बनाए अपने अस्थाई आशियाने से पूरा सामान समेट लिया और तंबू भी उखाड़ लिए। निंहग सिखों ने एक ट्रक में सामान लोड किया जबकि दूसरे में अपने घोड़ों को चढ़ाया। दो दिन पहले ही निहंग सिख दल्लिी के गुरूद्वारे में पहुंचकर मत्था टेकने के लिए भी पहुंचे। माना जा रहा है कि सिंघू बार्डर पर मौजूद बाकी निहंग जत्थेबंदियां भी एक दो दिन में ही वापसी की तैयारी कर सकते हैं।

एमएसपी गारंटी की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे 6 किसान

संयुक्त किसान मोर्चा ने एमएसपी समेत सभी मुद्दों पर सरकार से बातचीत के लिए 5 सदस्यीय कमेटी का गठन किया अभी एक ही दिन हुआ है। लेकिन अभी से एमएसपी को लेकर किसानों ने मांग उठाना शुरू कर दिया है। 6 किसान एमएसपी गारन्टी की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। एसकेएम ने 7 दिसम्बर को अगली रणनीति के लिए बैठक बुलाई है। इन किसानों का कहना है कि उन्हें एमएसपी पर कमेटी नही चाहिए, बल्कि वे गारंटी कानून बनने के बाद ही वापस लौटेंगे। वे 7 दिसम्बर तक भूख हड़ताल करेंगे। इसके बाद संयुक्त मोर्चा के फैसले के बाद अगला नर्णिय लेंगे। भूख हड़ताल पर बैठे किसानों ने कहा कि एम.एस.पी. गारंटी कानून लागू होने तक वे स्वयं को बेड़ियों में बांधकर प्रदर्शन करते रहेंगे। राजेंद्र सिंह, गांव कोहला, सोनीपत, सतनाम सिंह, पटियाला, बक्रिम सिंह, गुरदासपुर, करतार सिंह, कैथल, नरेश सांगवान, अम्बाला, कुलदीप सिंह, मोगा, पंजाब भूख हड़ताल पर बैठे।

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