Mausam : धूल के गुबार में डूबा उत्तर पश्चिमी व दक्षिणी हरियाणा, रोहतक रहा सबसे गर्म
प्रदेश में मौसम गर्म होने से जनजीवन पर व्यापक असर देखने को मिला। दिन के साथ रात्रि के तापमान सामान्य से अधिक आंका गया।;
राजस्थान की तरफ तेज धूलभरी खुश्क पश्चिमी हवाएं चलने से प्रदेश में विशेषकर उत्तर पश्चिमी व दक्षिणी हरियाणा में मंगलवार को दिनभर वातावरण में धूल की चादर चढ़ गई। प्रदेश में मौसम गर्म होने से जनजीवन पर व्यापक असर देखने को मिला। दिन के साथ रात्रि के तापमान सामान्य से अधिक आंका गया। प्रदेश में रोहतक सबसे गर्म रहा। रोहतक का अधिकतम पारा 44.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके बाद सिरसा का अधिकतम पारा 43.6, भिवानी का 43.2, हिसार का 42.9, नारनौल का 42.4, अंबाला का 41.7, गुरुग्राम का 41.2 व करनाल का 41 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
हकृवि के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि राज्य में पाश्चिमी/उत्तर पाश्चिमी धूल भरी खुश्क व गर्म हवाएं अगले दो दिन और चलने की संभावना है तथा 11 जून से फिर से हवाओं में बदलाव पाश्चिमी से पुरवाई होने की संभावना है, जिससे मौसम में फिर से बदलाव होने की संभावना है तथा बंगाल की खाड़ी की तरफ से नमी वाली पुरवाई हवाएं आने से 12 जून देर रात्रि से राज्य में ज्यादातर क्षेत्रों में गरज चमक व हवाओं के साथ 14 जून तक हल्की बारिश की संभावना है, जिससे दिन के तापमान में गिरावट आने की उम्मीद है।
किसान लगातार फसलों का अवलोकन करते रहें : डा. राजेश
पांडू पिंडारा कृषि विज्ञान केंद्र के मौसम वैज्ञानिक डा. राजेश ने बताया कि मौसम परिवर्तनशील है और किसान लगातार अपनी फसलों की निगरानी करें। इस समय कपास फसल पर पत्ता मरोड बीमारी की संभावना है। अगर किसानों को फसल कहीं भी पत्ता मरोड ग्रस्त दिखे तो उसे उखाड़ कर दबा दें। वहीं यह मौसम चुरड़ा के लिए भी अनुकूल है। किसान अपने खेतों में लगातार फसल का ध्यान रखें।