अब रोहतक पीजीआई में ही होगा जापानी बुखार का टेस्ट, डेंगू के मरीज को मुफ्त मिलेगी प्लेटलेट्स

डेंगू के बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग (Health Department) ने कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। अब तक जिले में डेंगू के 90 मरीज आ चुके थे। डेंगू के अलावा मलेरिया, चिकनगुनिया और जापानी इन्सेफेलाइटिस (जेई) को लेकर भी विभाग गंभीर है।;

Update: 2020-10-27 05:57 GMT

हरिभूिम न्यूज: रोहतक

डेंगू के बढ़ते मरीजों (Patients) की संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग (Health Department) ने कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। अब तक जिले में डेंगू के 90 मरीज आ चुके थे। डेंगू के अलावा मलेरिया, चिकनगुनिया और जापानी इन्सेफेलाइटिस (जेई) को लेकर भी विभाग गंभीर है। इस बार डेंगू के मरीज को प्लेटलेट (एसडीपी) निशुल्क दी जाएगी। जबकि पहले इसके लिए लगभग 8500 रुपये कीमत चुकानी पड़ती थी। निशुल्क प्लेटलेट उन्हें ही दी जाएगी जो हरियाणा के निवासी हों, सरकारी संस्था में एलाइजा टेस्ट किया गया हो और वह डेंगू के लिए पॉजिटिव पाया जाए। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शहर मं फोगिंग भी शुरू कर दी है। इसके अलावा जेई का टेस्ट भी पीजीआई में ही होगा।

सोमवार को डीसी कैप्टन मनोज कुमार के निर्देशअनुसार पीजीआईएमएस की चिकित्सा अधीक्षक डॉ. पुष्पा दहिया की अध्यक्षता में एक बैठक हुई। बैठक सिविल सर्जन रोहतक डॉ. अनिल बिरला और डॉ. अनुपमा मित्तल के निर्देशन में हुई। बैठक में डेंगू के मामलों से निपटने के लिए रणनीति पर भी चर्चा की गई।

पहले पुणे भेजे जाते थे सैंपल

जापानी इन्सेफेलाइटिस (जेई) यानी दिमागी बुखार के मरीजों के टेस्ट के लिए भी सरकार द्वारा पीजीआईएमएस में किट उपलब्ध करा दी गई है, जो कि पहले पुणे महाराष्ट्र भेजनी पड़ती थी। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि मच्छरजनित बीमारियों से ग्रस्त मरीजों का आंकड़ा सिविल सर्जन कार्यालय रोहतक से सांझा करते रहेंगे। 

बैठक में बनी रणनीति: बैठक में पीजीआईएमएस के विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष भी शामिल रहे। जिले में अभी तक मलेरिया के 6 और डेंगू के 90 केस दर्ज किए जा चुके हैं जबकि पिछले वर्ष मलेरिया के 12 व चिकनगुनिया के 74 केस दर्ज किए गए थे। इस वर्ष जिले में 3806 लोगों के घरों में लारवा पाए जाने पर नोटिस जारी किए जा चुके हैं। 

जिले में आठ टीम चला रही अभियान

स्वास्थ्य विभग ने 8 टीमें शहर के विभिन्न भागों में जाकर प्रतिदिन लोगों को मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए जागरूक करने का काम कर रही है। 8 टीमों द्वारा आज कुल 2254 घर चेक किए गए, जिनमें से 31 घरों में लारवा पाया गया और सभी को नोटिस जारी करके चेतावनी दी गई कि 72 घंटे के बाद अगर लारवा पाया जाता है तो निगम द्वारा चालान काटा जाएगा।

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