Rewari में अब खराब गेहूं को नए बैग में भरकर की जा रही लीपापोती

झज्जर जिला की लडायन मंडी से दो ट्रकों में भरकर लाए गए करीब 2500 बैग खराब होने के कारण वहां के गोदामों में स्टोर करने से मना कर दिया गया। लेकिन मार्केट कमेटी कोसली के अधिकारियों व कर्मचारियों से मिलीभगत कर अब इस खराब गेहूं को नए बैगों में भरकर लीपापोती की जा रही है।;

Update: 2020-06-16 05:37 GMT

हरिभूमि न्यूज : रेवाड़ी

जिलेभर की मंडियों में बरसात आने से भीगकर खराब हुई फसल की जांच के डर से अब धीरे-धीरे दबाने का काम सबके सामने आने लगा है। सोमवार को झज्जर जिला(Jhajjar District) की लडायन मंडी से दो ट्रकों में भरकर लाए गए करीब 2500 बैग खराब होने के कारण वहां के गोदामों में स्टोर करने से मना कर दिया गया। लेकिन मार्केट कमेटी कोसली के अधिकारियों व कर्मचारियों से मिलीभगत कर अब इस खराब गेहूं को नए बैगों में भरकर लिपापोती की जा रही है।

यहां इस लिपापोती में जुटे अधिकारियों व कर्मचारियों को किसी भी बड़े अधिकारी से कोई भय नहीं है। अधिकारी पहले ही बरसात में भीगे करीब 50 हजार बैगों को ठिकाने लगवा चुके हैं। ऐसे में जांच आदि की उम्मीद भी कैसे की जा सकती है। गला सड़ा व भीगा हुआ गेहूं लाकर कोसली मंडी में एकत्र कर दूसरे कट्टों में भर कर गोदामों में पहुंचाने कि तैयारी में लगें है। जिला झज्जर के गांव लडायन में गेंहू कि अस्थाई मंडी में जो गेहूं बरसात में भीगने के कारण जिला झज्जर में गोदामों में लेने से इनकार कर दिया था। लेकिन इन खराब हुए 2500 बैगों को दो ट्रकों में भरकर कोसली मंडी के बाहर खाली करवाया गया। भीगने से खराब हुए बैगों के स्थान पर अब नए बारदाने में इस गेहूं को पैक कर स्टोर किया जा रहा है। ढेरी लगाकर जो गेहूं जम गया है उसे अलग कर दिया जाता है और जो काम चलाऊ है उसे नए बैगों में भरकर स्टोर किया जा रहा है।

मार्केट कमेटी कोसली के सचिव बसंत कुमार ने बताया कि जिला झज्जर की लडायन मंडी कोसली मार्केट कमेटी के दायरे में आती है। यह मंडी कच्ची होने के कारण बरसाती पानी भरने से गेहूं भीग गया था। इस भीगे हुए गेहूं को झज्जर के गोदामों में स्टोर नहीं किया।

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