अशॢील वीडियो बना ब्लैकमेल करने के गिरोह का भंडाफोड़, लड़की के नाम से फेसबुक आइडी बना करते थे दोस्ती
पुलिस ने गिरोह के एक सदस्य को काबू कर उसे अदालत से तीन दिन के रिमांड पर लिया है। रिमांड के दौरान आरोपित से गिरोह में शामिल अन्य लोगों, वारदातों के बारे में जानकारी जुटाई जाएगी।;
हरिभूमि न्यूज : जींद
साइबर थाना पुलिस ने अशॢील वीडियो बना दोस्ती गांठकर ब्लैकमेल करने के गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने गिरोह के एक सदस्य को काबू कर उसे अदालत से तीन दिन के रिमांड पर लिया है। रिमांड के दौरान आरोपित से गिरोह में शामिल अन्य लोगों, वारदातों के बारे में जानकारी जुटाई जाएगी।
उचाना निवासी एक युवक ने गत एक दिसम्बर को पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि वह कनाडा में नौकरी करता था। 23 अक्टूबर को अपने घर लौटा है। उसकी फेसबुक आईडी पर भावना सिंह नाम की लड़की से फ्रेंडशिप रिक्वेस्ट आई। जिसे उसने स्वीकार नहीं किया। उस युवती ने फेसबुक पर मैसेज भेज कर दोस्ती के बारे में कहा और व्हाट्सअप नंबर भी ले लिया। जिस पर उसने अपना कनाडा वाला नंबर दे दिया। बीती देर रात युवती ने व्हाट्सअप पर कॉल की और नग्न होकर अशॢील बातें करने लगी। उसी दौरान युवती ने स्क्रीन रिकॉर्डिंग कर उसकी वीडियो बना ली। कुछ समय बाद युवती ने उसके व्हाट्सअप नंबर पर वीडियो डालकर उसे सार्वजनिक करने की धमकी दी। कुछ समय बाद उसी नंबर पर एक व्यक्ति ने कॉल की। वीडियो डिलीट करने की एवज में साढ़े 31 हजार रुपये मांगे। बदनामी के भय से उसने उनके अकाउंट में राशि ट्रांसफर कर दी।
जिसके बाद वीडियो को सार्वजनिक करने की धमकी देकर उसे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया और उस से 6 लाख 93 हजार रुपये हड़प लिए। जिसके बाद उसने अपना व्हाट्सअप डिलीट कर दिया और फेसबुक आईडी को भी ब्लॉक कर दिया। साइबर थाना पुलिस ने युवक की शिकायत पर युवती समेत दो लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था। पुलिस जांच में गांव चाहूमा जिला अलवर राजस्थान निवासी इरफान खान का नाम सामने आया। साइबर थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए इरफान खान को गिरफ्तार कर अदालत से तीन दिन के रिमांड पर लिया है। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरोपित अपने साथी गांव समीता जिला अलवर निवासी राहुल खान से मिलकर वारदातों को अंजाम देता था। पुलिस आरोपित से पूछताछ कर रही है। साइबर थाना प्रभारी कर्णसिंह ने बताया कि आरोपित लड़की के नाम से फेसबुक आइडी बनाकर फ्रेंडशिप रिक्वेस्ट भेजते थे। जिसके बाद अशॢील वीडियो के माध्यम से लोगों को ब्लेकमेल करते थे। आरोपित के अन्य साथियों की तलाश में संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है।