किसान आंदोलन के चलते अधिकारियों और कर्मचारियों को छुट्टियां लैप्स होने की चिंता
दरअसल, साल की बची हुई छुट्टी पूरी करने के लिए अधिकारी-कर्मचारी छुट्टी ले लेते हैं। लेकिन इस बार किसान आंदोलन के कारण वरिष्ठ अधिकारियों ने छुट्टियां रद कर दी हैं। ऐसे में विभिन्न विभागों में कार्यरत अधिकारी-कर्मचारी मायूस नजर आ रहे हैं।;
हरिभूमि न्यूज : बहादुरगढ़
साल के बचे हुए आखिरी सप्ताह में अधिकतर कर्मचारी-अधिकारी अपने कार्यालय से नदारद रहते हैं। दरअसल, साल की बची हुई छुट्टी पूरी करने के लिए अधिकारी-कर्मचारी छुट्टी ले लेते हैं। लेकिन इस बार किसान आंदोलन के कारण वरिष्ठ अधिकारियों ने छुट्टियां रद कर दी हैं। ऐसे में विभिन्न विभागों में कार्यरत अधिकारी-कर्मचारी मायूस नजर आ रहे हैं।
बता दें कि सभी सरकारी विभागों में तैनात अधिकारी व कर्मचारी अपनी बची हुई छुट्टी पूरी करते हैं। आमतौर पर साल के अंतिम दिनों में सरकारी कर्मचारियों के छुट्टी पर जाने की वजह से कार्यालयों में पूरी तरह से सन्नाटा रहता है। अधिकारी भी मानते हैं कि बची हुई छुट्टियां पूरी करने के लिए कर्मचारियों द्वारा साल के अंतिम सप्ताह में अमूमन अवकाश लिया जाता है। लेकिन प्रशासन के सभी विभागों में तैनात सरकारी कर्मचारियों द्वारा इस बार साल के अंत में अपनी छुट्टी पूरी करने का सपना सपना ही रह गया।
किसान आंदोलन के कारण प्रशासन ने अवकाश लेने पर रोक लगा रखी है। ऐसे में अनेक अधिकारियों व कर्मचारियों को छुट्टियां लैप्स होने की खासी चिंता सता रही है। छुट्टियों के मामले में कर्मचारी ही नहीं अधिकारी भी आगे रहते हैं। किसान आंदोलन के कारण ऐसे अधिकारी-कर्मचारी तफरी की बजाय मायूस होकर दफ्तरों में बैठे हैं।