गबन के आरोप लगने पर बिजली निगम के डीएस ने ऑफिस में खाया जहर, 4 पेज के सुसाइड नोट में कई अधिकारियों काे ठहराया जिम्मेदार
समालखा व बिलासपुर बिजली निगम की डिविजनों में 63 लाख रूपये की ठगी का मामला चल रहा है, इस केस में बिजली निगम के एक्सईएन व अकाउंटेंट को पानीपत पुलिस की सीआईए ने गिरफ्तार कर रखा है।;
समालखा ( पानीपत )
बिजली निगम के समालखा कार्यालय में डिप्टी सुपरिटेंडेंट चक्रवर्ती शर्मा ने बुधवार को जहर खा लिया। हालत बिगड़ने पर साथी कर्मचारी उन्हें सिविल अस्पताल में ले गए और उनके परिजनों को सूचना दी। वहीं परिजन चक्रवर्ती शर्मा को निजी अस्पताल में ले गए, जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। वहीं पुलिस ने चक्रवर्ती शर्मा के पास से चार पेज का सुसाइड नोट बरामद किया है। पुलिस ने जांच के बाद चक्रवर्ती शर्मा के शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए पानीपत के सिविल अस्पताल भिजवा दिया है।
इधर, सुसाइड नोट में चक्रवती शर्मा ने अपनी मौत के लिए यमुनानगर के बिलासपुर बिजली निगम की डिवीजन के एक्सईएन नीरज कंबोज, एलडीसी राधव वधावन, हैड कलर्क राजेश नंदा, अकाउंटेंट योगेश लांबा को जिम्मेदार ठहराते हुए लिखा है कि उन्होंने हमेशा बिजली निगम में ईमानदारी व मेहनत से नौकरी की है। उन्होंने बिजली निगम में किसी भी तरह की कोई ठगी नहीं की, वहीं उन पर लगे गबन के आरोप बेबुनियाद हैं और वे इस घटनाक्रम से स्वयं को शर्मिंदा महसूस कर रहे है और मानसिक रूप से परेशान है। वहीं गबन के आरोप से उनका जो अपमान हुआ है वे सहन नहीं कर पा रहे है।
इधर, थाना समालखा पुलिस ने च्रकवर्ती शर्मा की पत्नी सीमा शर्मा की शिकायत पर यमुनानगर के बिलासपुर बिजली निगम की डिवीजन के एक्सईएन नीरज कंबोज, एलडीसी राधव वधावन, हैड कलर्क राजेश नंदा, अकाउंटेंट के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। स्मरणीय है कि समालखा व बिलासपुर बिजली निगम की डिविजनों में 63 लाख रूपये की ठगी का मामला चल रहा है, इस केस में बिजली निगम के एक्सईएन व अकाउंटेंट को पानीपत पुलिस की सीआईए ने गिरफ्तार कर रखा है। इस केस में चक्रवर्ती शर्मा का भी नाम सामने आ रहा था। हालांकि आरोपित एक्सईएन नीरज कंबोज व अकाउंटेंट योगेश लांबा इस गबन के मामले में न्यायिक हिरासत में जेल में बंद है।