Owner Killing मामला : आरोपी पिता 13 साल बाद गिरफ्तार
- बेटी की गला दबाकर कर दी थी हत्या, बोरे में मिला था शव
- बेटी की हत्या के जुर्म में आरोपी मां व बहन को पहले ही किया जा चुका है गिरफ्तार
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Bahadurgarh : आन की खातिर बेटी को मौत के घाट उतारने वाला आरोपी पिता 13 साल बाद पुलिस के हत्थे चढ़ा। पुलिस की अपराध जांच शाखा द्वितीय ने बिहार से आरोपी को काबू किया। आरोपी ने वारदात कबूल कर ली। प्रेम प्रसंग और गर्भवती होने के चलते लड़की को मौत के घाट उतारा गया था। आरोपी को अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
मामला करीब 13 साल पुराना है। दरअसल, बिहार निवासी खुशीराम यहां बहादुरगढ़ की एक कॉलोनी में परिवार सहित रहता था। उसकी करीब 17 वर्षीय बेटी का बोरे में बंद शव अगस्त 2010 में नाले में पाया गया था। गला दबाकर उसकी हत्या की गई थी। इस संबंध में तत्कालीन वार्ड पार्षद के बयान पर नाबालिक लड़की की हत्या करने और शव को खुर्द बुर्द करने की धाराओं के तहत 22 अगस्त 2010 को खुशीराम, मां मीरा औए बहन रूना के खिलाफ केस दर्ज हुआ था। आरोपी मां और बहन को तो गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था लेकिन आरोपी पिता खुशीराम अंडर ग्राउंड हो गया। पुलिस उसे ढूंढती रही, लेकिन हाथ नहीं आया। इसी बीच अदालत ने उसे पीओ घोषित कर दिया। रोहतक रेंज की ओर से उस पर पांच हजार रुपए का ईनाम रखा गया। झज्जर जिले के पुलिस अधीक्षक डॉ. अर्पित जैन ने कुछ समय पहले इस मामले की जांच इंस्पेक्टर विवेक मलिक की अगुवाई वाली सीआईए-2 को सौंपी। सीआईए ने गहराई से मामले में पड़ताल की और सूचनाएं जुटाई। आखिरकार खुशीराम को बिहार के खगड़िया इलाके से काबू कर लिया गया। आरोपी ने खुलासा करते हुए बताया कि बेटी का किसी के साथ अफेयर चल रहा था और वह गर्भवती हो गई थी। इसलिए उसे मौत के घाट उतारा गया।
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