नई ईवीएम से होगा पंचायत चुनाव, पुरानी 21 दिसम्बर को भेजी जा रही हैं बेंगलुरु
इस बारे में राज्य निर्वाचन आयोग ने जिला निर्वाचन अधिकारी पंचायत को अवगत करवा दिया है। आयोग ने कहा कि निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के पास जितनी भी पुरानी ईवीएम हैं, उनको बेंगलुरु भेजा जाएगा। इसलिए अधिकारी मशीनों को भेजने की प्रक्रिया शुरू करें।;
अमरजीत एस गिल : रोहतक
आगामी जनवरी-फरवरी में होने वाले पंचायती राज संस्थाओं के आम चुनाव को लेकर प्रशासनिक तैयारियां शुरू हो गई हैं। इस चुनाव नई ईवीएम से होंगे। इस बारे में राज्य निर्वाचन आयोग ने जिला निर्वाचन अधिकारी पंचायत को अवगत करवा दिया है।आयोग ने कहा कि निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के पास जितनी भी पुरानी ईवीएम हैं, उनको बेंगलुरु भेजा जाएगा। इसलिए अधिकारी मशीनों को भेजने की प्रक्रिया शुरू करें।
बृहस्पतिवार को पंचायत विभाग ने मशीनों की गिनती की और मशीन बेंगलुरू भेजने की प्रक्रिया शुरू की। बताया जा रहा है कि जिले की ईवीएम को 23 दिसम्बर को बेंगलुरू के लिए लोड करवा दिया जाएगा। उससे पहले जो प्रशासनिक औपचारिकताएं पंचायत विभाग ने पूरी करनी हैं, वह कर ली जाएंगी। इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन को बेंगलुरू इसलिए भेजा जा रहा है, क्योंकि वहीं से ही ये मशीनें काफी समय पहले मंगवाई गई थी।
1870 में से 1857 ईवीएम भेजी जाएंगी
जिला निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के मुताबिक राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायत चुनाव 2015 के लिए मुख्य निर्वाचन आयोग से हजारों ईवीएम ली थी। इनमें 1871 इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन रोहतक भेजी गई। अब इनमें से 1857 को वापस बेंगलुरु भेजा जा रहा है। क्योंकि 13 मशीन में जो चुनाव परिणाम हैं, उनके मामले विभिन्न न्यायालयों में विचारधीन हैं। जबकि एक मशीन वर्ष 2106 में क्षतिग्रस्त हो गई थी। बताया जा रहा है कि 21 दिसम्बर को राज्य निर्वाचन आयोग के कर्मचारी इन मशीनों को अपने हेंडओवर करके इन्हें बेंगलुरु ले जाएंगे। मालूम हो कि वर्ष 2015 से लेकर अभी तक पंचायती राज संस्थाओं के जितने भी चुनाव हुए हैं, वे सभी इनसे ही करवाए गए हैं।
आ सकती हैं नई तकनीक की ईवीएम
बताया जा रहा है कि जनवरी-फरवरी में होने वाले आम चुनाव से पहले जिला निर्वाचन कार्यालय को नई तकनीकी की मशीनें उपलब्ध जाएंगी। क्योंकि बीते पांच छह साल में ईवीएम तकनीकी में काफी बदलाव आया है। हो सकता है कि इस बार पंचायत चुनाव में भी वीवी पैट मशीनों से करवाया जाएं। ईवीएम चुनाव कराने का एक सुरक्षित माध्यम है। इसमें भी आपका वोट आपके पसंदीदा उम्मीदवार को ही जाता है। वीवीपैट वास्तव में इस बात का पुख्ता सबूत है, जिससे आप सुनिश्चित हो सकते हैं कि आपका वोट सही जगह गया है। वीवीपैट की पर्ची पर उम्मीदवार का नाम और उसका चुनाव चिह्न छपा होता है। वीवीपैट से निकली पर्ची के बीच कांच की एक दीवार होगी। एक वोटर के रूप में आप 7 सेकेंड तक इस पर्ची को देख पाएंगे। और फिर यह सीलबंद बॉक्स में गिर जाएगी।
विभागीय कार्रवाई बाकी
ईवीएम को बेंगलुरु भेजने से पहले जो विभागीय कार्रवाई पूरी करनी है, वह की जा रही है। राज्य निर्वाचन आयोग के कर्मचारी 21 को इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन को लेकर बेंगलुरु रवाना होंगे।
-जितेंद्र लाठर, सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी कार्यालय पंचायत