Paralympics Tokyo 2020 : तीरंदाजी में हरियाणा के हरविंदर ने ब्रॉन्ज पर लगाया निशाना, 2.5 करोड़ रुपये और नौकरी देगी खट्टर सरकार
पैरालंपिक के इतिहास में पहली बार तीरंदाजी में हरियाणा के कैथल जिले के गुहला हलका के गांव अजीत नगर (कसौर कालोनी) निवासी हरविंदर सिंह ने पहला ब्रॉन्ज मेडल (Indian player Harvinder Singh won the first bronze medal) जीतकर इतिहास रच दिया।;
Paralympics Tokyo 2020: टोक्यो पैरालंपिक खेलों (Tokyo Paralympic Games) में भारतीय खिलाड़ियों का बेहतरीन प्रदर्शन जारी है। शुक्रवार को 8वें दिन पैरालंपिक के इतिहास में पहली बार तीरंदाजी में हरियाणा के कैथल जिले के गुहला हलका के गांव अजीत नगर (कसौर कालोनी) निवासी हरविंदर सिंह ने पहला ब्रॉन्ज मेडल (Indian player Harvinder Singh won the first bronze medal) जीतकर इतिहास रच दिया। पीएम नरेंद्र मोदी और हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने टवीट करके हरविंदर को बधाई दी है। हरियाणा सरकार ने हरविंदर सिंह को हरियाणा खेल नीति के तहत 2.5 करोड़ रुपये की इनाम राशि, सरकारी नौकरी व अन्य सुविधाएं देने की घोषणा की है।
तीरंदाज हरविंदर सिंह ने मेंस आर्चेरी रिकर्व ओपन इवेंट में शानदार प्रदर्शन करते हुए कोरिया के किम मीन सू को हरा दिया और ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा कर लिया। हरविंदर सिंह ने 6-5 से मुकाबला जीता है। दोनों खिलाड़ी 5 सेट के खेल के बाद 5-5 की बराबरी पर पहुंच गए। इसके बाद शूट ऑफ शुरू हुआ, जिसमें हरविंदर ने बाजी मार ली। ऐसे पहली बार हुआ है, जब भारत ने पैरालंपिक गेम्स के इतिहास में तीरंदाजी में मेडल जीता हो।
स्नातक करते हुए चढा तीर अंदाजी का शोक
टोक्यो पैरा ओलंपिक में तीर अंदाजी में खेलने वाले हरविंद्र सिंह हरियाणा प्रदेश की तरफ से इकलौते खिलाड़ी हैं। टोक्यो जाने से पहले हरिवंद्र सिंह ने बताया था कि जब वे पंजाबी विश्वविद्यालय पटियाला से स्नातक कर रहे थे तो उस समय लंदन ओलंपिक चल रहा था। उसने टीवी पर तीर अंदाजी देखी तथा उसका शोक हुआ। इसे लेकर उसने विश्वविद्यालय में आर्चरी के को जीवन जोत सिह और गौरव शर्मा से बातचीत की तो उन्होंने उसका सहयोग किया। इसके बाद धीरे-धीरे वे तीर अंदाजी की तरफ बढ़ते चले गए। हरविंद्र सिंह मध्यम वर्गीय किसान परिवार से संबंध रखते हैं। उनके पिता परमजीत सिंह एक किसान तथा उनकी मां हरभजन कौर का निधन हो चुका है। हरविंद्र सिंह की एक भाई व बहन भी है।
हरविंद्र सिंह की उपलब्धियां
2016 में रोहतक में हुई पहली पैरा प्रतियोगिता में कांस्य पदक हासिल किया।
2017 में तेलंगाना में दूसरी पैरा आर्चरी प्रतियोगिता में रजत पदक।
2017 में बीजिंग में विश्व पैरा आर्चरी में 7वां स्थान।
2018 में हरविद्र इंडोनेशिया में हुई एशियन पैरा गेम्स में भारत के लिए रिकर्व इवेंट में स्वर्ण पदक जीतने वाले देश के पहले तीरंदाज बने थे।
2019 में थाईलैंड में हुई तीसरी एशियन पैरा आर्चरी के टीम इवेंट में कांस्य पदक।
2019 रोहतक में तीसरी पैरा आर्चरी नेशनल प्रतियोगिता में रजत पदक हासिल किया था।
2019 में एशियन पैरा चैंपियनशिप में कांस्य पदक हासिल किया। हरविं्रद सिंह छह बार देश का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।
जून 2019 में नीदरलैंड में हुई विश्व पैरा आर्चरी चैंपियनशिप में पैरालिंपिक के लिए कोटा हासिल किया।