एडमिशन के वक्त अभिभावक हो रहे परेशान : सर्वर की धीमी चाल ने बिगाड़ा जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने का सिस्टम
आवेदनकर्ता नगर परिषद कार्यालय में रोजाना आवागमन कर हताश लौट रहे है। इस समस्या के पीछे तर्क दिया जा रहा है कि सिविल रजिस्ट्रेशन सिस्टम पोर्टल अपडेट किया जा रहा है, शायद इसी वजह से प्रमाण पत्र बनने में देरी हो रही है।;
नारनौल। नगर परिषद भवन।
नारनौल। नगर परिषद की डेथ-बर्थ शाखा से पिछले कई दिनों से जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र जारी नहीं हो रहे है। आवेदनकर्ता नगर परिषद कार्यालय में रोजाना आवागमन कर हताश लौट रहे है। इस समस्या के पीछे तर्क दिया जा रहा है कि सिविल रजिस्ट्रेशन सिस्टम पोर्टल अपडेट किया जा रहा है, शायद इसी वजह से प्रमाण पत्र बनने में देरी हो रही है।
यहां डेथ-बर्थ शाखा में इस दिनों सरल केंद्र से रोजाना आवेदन आ रहे है। बीते एक सप्ताह में 500 के करीब आवेदन ऑनलाइन का आंकड़ा पहुंच गया हैं लेकिन इनके प्रमाण पत्र जारी नहीं हो रहे है। सीएससी में पहुंचने वाले आवेदनकर्ताओं को नगर परिषद कार्यालय की राह दिखा दी जाती है। फिर जब आवेदनकर्ता शाखा के कर्मचारियों से मिलते है तो सरवर स्लॉ की बात कही जा रही है। सूत्र बताते है कि नगर परिषद में डेथ-बर्थ शाखा का पोर्टल पिछले कई दिनों से बंद है। इस दौरान डेथ व बर्थ सर्टिफिकेट नहीं बनने से लोगों को परेशानियां हो रही है। हालांकि यह कर्मचारियों पर ही बोा पड़ रहा है। जब पोर्टल से प्रमाण पत्र नहीं जारी हो रहे तो यह आवेदन एकत्रित हो रहे है। पोर्टल चलने पर इन आवेदनों का ढ़ेर लग चुका होगा। इन्हें फिर समयसीमा में बंधकर कर्मियों को करना पड़ेगा। इसी वजह से आमजन के साथ-साथ प्रमाण पत्र प्रक्रिया को चलाने वाले कर्मी भी टेंशन में है।
ना ऑनलाइन डाटा चेक हो रहा ना ही कोई प्रमाण पत्र जारी
रोजाना 30 से अधिक आवेदन सरल केंद्र से नगर परिषद की डेथ बर्थ शाखा में ऑनलाइन पहुंच रहे। लेकिन शाखा में तैनात कर्मी न तो ऑनलाइन डाटा चैक कर पा रहे है और ना ही कोई प्रमाण पत्र जारी कर रहे है। जब आवेदनकर्ता अधिकारियों के द्वार पर पहुंचता है तो उनका एक ही जवाब मिल रहा है कि पोर्टल बंद या धीमी गति पर है।
चल रहा बच्चों का एडमिशन का सिलसिला, पड़ रही जन्म प्रमाण पत्र की जरूरत
इस समय स्कूलों में विद्यार्थियों की एडमिशन प्रक्रिया चल रही है। जन्म प्रमाण पत्र में थोड़ी बहुत गलती है तो बच्चे को भविष्य में परेशानी होती है। इस कारण जन्म प्रमाण पत्र में गलतियों को दुरूस्त करवाने के लिए अभिभावक आवेदन कर रहे है। इनमें अधिकांश में जन्म की तिथि ठीक करवाने, नाम ठीक करवाने या फिर सरनेम लगवाने के लिए आवेदन किए जा रहे है। ऐसे में जन्म प्रमाण पत्र नहीं बनने स्कूलों में भी प्रमाण पत्र जमा नहीं हो रहे।
क्या कहते है अधिकारी
जन्म-मृत्य प्रमाण पत्र शाखा के नोडल अधिकारी डा. दिनेश कुमार ने बताया कि सर्वर में कुछ कमी आ रही थी। यह समस्या अन्य जिला में भी है। सर्वर धीमा होना वजह बनी है। सर्वर की स्पीड तेज होने पर रूके हुए प्रमाण पत्र भी जल्द तैयार हो जाएंगे।