दिल्ली- रोहतक रूट पर सुबह के वक्त सवारी गाड़ी न चलने से रेल यात्रियों को हो रही परेशानी
यात्रियों की परेशानी को देखते हुए दिल्ली-रोहतक दैनिक रेल समिति ने रेलवे को पत्र लिखा है। पत्र के जरिये दिल्ली-फिरोजपुर गाड़ी सहित सुबह के वक्त पर्याप्त गाडि़यां चलाने की मांग की गई है।;
हरिभूमि न्यूज. बहादुरगढ़
सुबह के वक्त दिल्ली से रोहतक की ओर पर्याप्त रेल गाडि़यां नहीं चल रही। इस वजह से दैनिक यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है। यात्रियों की परेशानी को देखते हुए दिल्ली-रोहतक दैनिक रेल समिति ने रेलवे को पत्र लिखा है। पत्र के जरिये दिल्ली-फिरोजपुर गाड़ी सहित सुबह के वक्त पर्याप्त गाडि़यां चलाने की मांग की गई है।
समिति के प्रवक्ता सतपाल हाडा का कहना है कि गत 25 मार्च 2020 को कोरोना महामारी के चलते सभी प्रकार की रेल गाड़ियाें के परिचालन पर रोक लगा दी गई थी। फिर महामारी के फैलाव में कमी आई तो धीरे-धीरे गाड़ियां पटरी पर उतार दी गई। इससे लोगों को राहत मिली। लेकिन सुबह के वक्त अब भी रोहतक-दिल्ली रूट पर पर्याप्त गाड़ियां नहीं चल रही। जिस कारण यात्रियों को असुविधा हो रही है। सुबह के समय रोहतक से दिल्ली के लिए तो गाड़ियां चल रही हैं लेकिन दिल्ली/नई दिल्ली से रोहतक के बीच पहली सवारी गाड़ी (04453) सुबह 9 बजकर 40 मिनट पर प्रस्थान करके दस बजकर 40 मिनट पर बहादुरगढ़ व 11 बजकर 40 पर रोहतक पहुंचती है। दूसरी गाड़ी (04431) दिल्ली से दोपहर साढ़े तीन बजे चलकर चार बजकर 40 मिनट पर बहादुरगढ़ और पांच बजकर 55 मिनट पर रोहतक स्टेशन पर पहुंचती है।
यानी 9 बजकर 40 मिनट से दोपहर साढ़े तीन बजे तक एक भी सवारी गाड़ी दिल्ली से रोहतक के लिए नहीं चलती। बकौल सतपाल, मार्च 2020 से पहले पुरानी दिल्ली जंक्शन से सुबह सात बजे के करीब गाड़ी संख्या-54641 (दिल्ली-फिरोजपुर) चलती थी। यह गाड़ी सवा आठ बजे यहां बहादुरगढ़ फिर 9 बजकर दस मिनट पर रोहतक पहुंचती थी। इस गाड़ी से विद्यार्थियों, रोहतक पीजीआई में जाने वालों, नौकरी पेशा वालों और दूध की आपूर्ति करने वालों को काफी सुविधा मिल रही थी। एक तरह से यह गाड़ी इस रूट की लाइफलाइन थी। इस गाड़ी को सुबह सात से साढ़े सात के बीच दोबारा चलाया जाए। इसके अलावा सभी प्रकार की मेल-एक्सप्रेस गाड़ियाें में मासिक पास धारकों को यात्रा करने की छूट दी जाए। नई दिल्ली-हिसार विशेष एक्सप्रेस गाड़ी का ठहराव दिल्ली सदर बाजार स्टेशन पर दिया जाए, क्योंकि इस गाड़ी में 70 प्रतिशत रेल यात्री इसी स्टेशन से उतरते हैं।