पूर्व उपराज्यपाल के इलाज में लापरवाही के मामले में PGIMS के सीएमओ सस्पेंड

इलाज के दौरान किसकी लापरवाही रही, इसकी जांच को लेकर एक कमेटी बनाई गई थी। जांच में सीएमओ को ड्यूटी पर गैरहाजिर पाया गया। इसी को आधार बनाते हुए सीएमओ को निलंबित किया गया है।;

Update: 2020-06-25 06:26 GMT

रोहतक। पुडूचेरी की पूर्व उप राज्यपाल और पूर्व सांसद चंद्रावती(Chandravati) के इलाज में लापरवाही बरतने पर पीजीआई प्रशासन ने कार्रवाई की है। इस मामले में इमरजेंसी के मेडिकल ऑफिसर को सस्पेंड किया गया है।सस्पेंड करने का एजेंडा ईसी की बैठक में भी आया था। इलाज के दौरान किसकी लापरवाही रही, इसकी जांच को लेकर एक कमेटी बनाई गई थी।

17 जून को कमेटी ने अपनी जांच रिपोर्ट में कहा था कि जिस वक्त चंद्रावती इलाज केे लिए पीजीआई में आई थी, उस समय सीएमओ डॉ. कुलदीप ड्यूटी पर मौजूद नहीं थे। इसलिए उन्हें समय पर इलाज नहीं मिल पाया। पूरे मामले में सीएमओ को दोषी बताया गया।

बता दें कि इसी महीने 12 जून को रात करीब 9 बजे पूर्व उप राज्यपाल और पूर्व सांसद चंद्रावती के परिजन उन्हें पीजीआई लेकर आए थे। 92 साल की चंद्रावती की कुल्हे की हड्डी टूटी हुई थी। उनके परिजनों ने आरोप लगाया था कि बार-बार बताने के बावजूद उनका इलाज ठीक से नहीं किया गया। ना ही उन्हें प्रोटोकॉल के हिसाब से वीआईपी कमरा मिला। इसके बाद परिजन उन्हें लेकर दिल्ली बाईपास स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में ले गए थे। यहां उनका इलाज किया गया। मामला संज्ञान में आते ही पीजीआई प्रशासन ने जांच करवाई। 17 जून को जांच रिपोर्ट आई और 19 जून को ईसी की बैठक में टेबल एजेंडा बनाकर कार्रवाई कर दी गई। 

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