PM Shri Schools : पीएम श्री स्कूल योजना में स्कूलों को 164 प्वाइंटों को करना होगा क्लीयर, जानें- कैसे होगा का चयन

योजना के मुताबिक चयनित स्कूलों को मॉडल स्कूल बनाया जाएगा। इनमें राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) की पूरी भावना समाहित होगी। इसमें नवीनतम तकनीक, स्मार्ट क्लास, खेल और आधुनिक अवसंरचना पर विशेष जोर रहेगा। पुराने स्कूलों के ढांचे को सुंदर, मजबूत और आकर्षक बनाया जाएगा। हर ब्लाक में कम से कम एक पीएम श्री स्कूल की स्थापना की जाएगी।;

Update: 2022-12-01 08:30 GMT

सतीश सैनी/ नारनौल। केंद्र सरकार देशभर के 14500 स्कूलों को पीएम श्री स्कूल योजना (प्राइम मिनिस्टर स्कूल्स फॉर राइजिंग इंडिया) में शामिल करेगी। इसमें हरियाणा में 735 स्कूल होंगे। इसी के तहत महेंद्रगढ़ जिला में आठ स्कूलों को चयन के लिए शामिल किया है। इमें कनीना खंड के तीन, नारनौल व नांगल चौधरी खंड के दो-दो और अटेली खंड का एक स्कूल है।

यह स्कूल यूडायस के तहत बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर व विद्यार्थियों की अच्छी संख्या के हिसाब से चुना है। इन स्कूलों के मुखियाओं की डीपीसी आफिस में सोमवार दोपहर बैठक लेकर योजना के तय किए गए 164 प्वाइंट के पैरामीटर से अवगत करवाया है। इन पैरामीटर पर खरे उतरने वाले स्कूलों को पीएम श्री स्कूल योजना के तहत तब्दील किया जाएगा। अगर इसमें हमारे स्कूल सफल होते है तो पुराने स्कूलों के ढांचे को सुंदर, मजबूत और आकर्षक बनाया जाएगा। साथ ही नवीनतम तकनीक, स्मार्ट क्लास, खेल और आधुनिक अवसरंचना पर विशेष जोर दिया जाएगा।

यह रहेगा खास...

पुराने स्कूलों को एक नया स्वरूप देने एवं बच्चों को स्मार्ट शिक्षा से जोड़ने के लिए यह नई योजना शुरू करने की केंद्र सरकार ने घोषणा की है। इसे शुरू करने की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच सितंबर 2022 को शिक्षक दिवस पर ट्वीट कर दी थी। योजना के मुताबिक चयनित स्कूलों को मॉडल स्कूल बनाया जाएगा। इनमें राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) की पूरी भावना समाहित होगी। इसमें नवीनतम तकनीक, स्मार्ट क्लास, खेल और आधुनिक अवसंरचना पर विशेष जोर रहेगा। पुराने स्कूलों के ढांचे को सुंदर, मजबूत और आकर्षक बनाया जाएगा। हर ब्लाक में कम से कम एक पीएम श्री स्कूल की स्थापना की जाएगी। इस योजना के साथ प्रत्येेक जिलों के एक माध्यमिक एवं वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों को भी जोड़ा जाएगा। डीबीटी फंडिंग सीधे स्कूलों में जाएगी। स्कूल मुखिया और स्कूल समितियां यह तय कर सकती है कि अपने नकद का 40 फीसदी कैसे खर्च किए जाए। पर्यावरण के अनुकुल का उपयोग करते हुए स्कूल 'हरित' होंगे। ये स्कूल इस योजना के तहत पर्यावरण परम्पराओं और प्रथाओं आदि की भी जांच करेंगे। आरटीई अधिनियम के तहत लाभार्थी उन्मुख हकदारियां होगी। 100 प्रतिशत पीएम श्री स्कूलों को विज्ञान और गणित किट प्राप्त होंगे। डिजिटल शिक्षाशास्त्र का उपयोग करने के लिए आईसीटीए स्मार्ट क्लासरूम और डिजिटल लाइब्रेरी होगी। 100 प्रतिशत पीएम श्री स्कूलों को आईसीटी, स्मार्ट क्लासरूम और डिजिटल पहल के तहत कवर किया जाएगा।

यह आठ स्कूल किए शामिल, बैठक में तय की रणनीति

महेंद्रगढ़ जिला में आठ स्कूलों का इस योजना में शामिल करने की तैयारी है। इनमें कनीना खंड से जीएसएसएस भोजावास, जीएसएसएस धनुंदा, जीएसएसएस खेड़ी तलवाना, नारनौल खंड से जीएसएसएस निवाजनगर व जीजीएसएसएस नारनौल, नांगल चौधरी खंड से जीजीएसएसएस नांगल चौधरी व जीएसएसएस नांगल दर्गू और अटेली खंड में जीजीएसएस अटेली शामिल है। इस संबंध में इन स्कूल मुखियाओं की सोमवार डीपीसी आफिस में डीपीसी शक्तिपाल व एपीसी धर्मवीरसिंह ने बैठक ली और योजना में तय 164 प्वाइंट के पैरामीटर को पूरा करने को लेकर रायशुमारी हुई।

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