26 जनवरी को 12500 फूट के कैनवस पर हरियाणवी तूलिका की चमक देखेंगे पीएम, देशभर की ऐतिहासिक घटनाएं होंगी प्रदर्शित
देशभर के 250 चित्रकारों ने अपनी रचनात्मक क्षमता से 12500 फूट के कैनवस पर देश के महान क्रांतिकारियों एवं ऐसी ऐतिहासिक घटनाओं को कैनवस पर उकेरा है जो इतिहास में कहीं ना कहीं दबी रह गई थी। हरियाणा के चित्रकारों ने अपने कैनवस पर स्व. चौधरी मित्रसैन को उकेरा है, जिन्होंने अपना पूरा जीवन महिलाओं की शिक्षा उत्थान समाज को दिशा देने एवं राष्ट्र चिंतन में लगा दिया।;
हरिभूमि न्यूज : जींद
आजादी अमृत महोत्सव को लेकर पूरे देश में अनेक कार्यक्रम चल रहे हैं। चित्रकार, संगीतकार एवं अन्य विधाओं से जुड़े कला साधक अपने अपने ढंग से आजादी के मतवालों को अपनी कला विद्या से नमन कर रहे हैं। वहीं चित्रकारों ने रंगों के माध्यम से वीर सपूतों को श्रद्धांजलि दी है। जिन्होंने आजादी के साथ साथ राष्ट्र उत्थान में अपना योगदान दिया। गीता महोत्सव कुरुक्षेत्र में हरियाणवी चित्रकारों द्वारा तूलिका के माध्यम से रंग भरी गई कलाकृतियों को 26 जनवरी को राजपथ पर प्रदर्शित किया जाएगा। जिसका अवलोकन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे।
जिसका आयोजन दी नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट नई दिल्ली एवं रक्षा मंत्रालय भारत सरकार कला एवं संस्कृति मंत्रालय के संयुक्त रूप से कर रहे हैं। देशभर के 250 चित्रकारों ने अपनी रचनात्मक क्षमता से 12500 फूट के कैनवस पर देश के महान क्रांतिकारियों एवं ऐसी ऐतिहासिक घटनाओं को कैनवस पर उकेरा है जो इतिहास में कहीं ना कहीं दबी रह गई थी। हरियाणा के चित्रकारों ने अपने कैनवस पर स्व. चौधरी मित्रसैन को उकेरा है, जिन्होंने अपना पूरा जीवन महिलाओं की शिक्षा उत्थान समाज को दिशा देने एवं राष्ट्र चिंतन में लगा दिया। वहीं क्रांतिकारी हुकम चंद जैन राव तुला राम, हर्षवर्धन, कुरुक्षेत्र भूमि के पवित्र ब्रह्मसरोवर से लेकर श्रीकृष्ण के पांचजन्य शंखनाद की गूंज और हरियाणवी संस्कृति की छटा शामिल है।
यह है 16 चित्रकारों का दल
जिस 16 सदस्यीय चित्रकारों के दल ने कैनवस पर बनाया उनमें संस्कार भारती हरियाणा प्रांत के चित्रकला प्रमुख दीपक कौशिक, इंडस ग्लोबल अकैडमी के चित्रकार मूर्तिकार प्रदीप कुमार, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉक्टर गुरचरण सिंह, असिस्टेंट प्रोफेसर रजनी, आदेश खेरीवाल, सुमित, नवीन मोहित बब्बर, अमित कुमार, मनु पराशर, सिद्धार्थ शर्मा, सीमा कंबोज शामिल हैं।
12500 फूट कैनवस पर उकेरी चित्रकला
चित्रकार दीपक कौशिक तथा प्रदीप कुमार ने बताया कि ऐसा आयोजन कला के इतिहास में पहली बार हुआ जिसमें 12500 फूट कैनवस पर देशभर की ऐतिहासिक घटनाओं को चित्रकारों ने अपने कला कौशल के साथ प्रस्तुत किया। अब इन चित्रों को 26 जनवरी पर दिल्ली में राजपथ पर प्रदर्शित किया जा रहा है जिस का अवलोकन 26 जनवरी को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। कलाकृतियों के माध्यम से ऐतिहासिक घटनाओं के बारे में नई पीढी को अवगत करवाया जाएगा। आजादी के अमृत महोत्सव 75 वर्ष को समर्पित यह कला यात्रा कई किलोमीटर लंबी बनेगी जो आज तक का विश्व रिकॉर्ड होगी यह सब सही सोच और सार्थक प्रयासों का नतीजा है।