मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना का पोर्टल लॉन्च : CM Manohar Lal ने श्रीराम भक्तों को नशा मुक्त प्रहरी बनने का किया आह्वान
- हरियाणा में पहली बार रामलीला का मंचन करने वाले कलाकारों व रामलीला कमेटी के पदाधिकारियों को किया सम्मानित
- जन-जागरण के माध्यम से युवाओं को नशे से दूर रहने के लिए किया जाए प्रेरित
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Kurukshetra : हरियाणा में समाज निर्माण में संतों-महात्माओं की भूमिका को महत्वपूर्ण समझते हुए हरियाणा सरकार द्वारा शुरू की गई संत-महापुरुष सम्मान एवं विचार प्रचार-प्रसार योजना के बाद अब एक नई शुरुआत करते हुए पहली बार राम भक्तों यानि रामलीला का मंचन करने वाले कलाकारों व रामलीला कमेटी के पदाधिकारियों को सम्मानित किया गया। जिला कुरुक्षेत्र के पुरुषोत्तपुरा बाग में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने 325 से अधिक रामलीला कमेटी के पदाधिकारियों व कलाकारों को सम्मानित किया। साथ ही मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना का पोर्टल भी लॉन्च किया।
हरियाणा में गरीब परिवारों के बुजुर्गों को तीर्थ स्थलों के भ्रमण के लिए विशेष रूप से मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना चलाई जा रही है, जिसके तहत बीपीएल परिवार के 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के लोग तीर्थ स्थलों का मुफ्त भ्रमण कर सकेंगे। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री ने इस योजना के पोर्टल का विधिवत शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पोर्टल के शुरू होते ही अब तक रेलवे की एक बोगी की बुकिंग हो चुकी है। 22 जनवरी के बाद अयोध्या के लिए पहला जत्था रवाना होगा। आगामी समय में इस योजना का विस्तार भी किया जाएगा। उन्होंने राम भक्तों को नशा मुक्त प्रहरी बनने का आह्वान करते हुए कहा कि वे अपने रंगमंच के माध्यम से युवाओं को नशे से दूर रहने का संदेश दें। ऐसी सामाजिक बुराईयों से लड़ने के लिए समाज में आप जैसे लोगों का सहयोग आवश्यक है। जिस प्रकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 22 जनवरी 2015 को पानीपत से बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं अभियान की शुरुआत की थी और इस अभियान को सरकारी प्रयासों के साथ-साथ सामाजिक व धार्मिक संगठनों के सहयोग से सफल बनाया गया।
जिसका परिणाम यह हुआ कि बेटियों को मारने वाले प्रदेश के रूप में कलंकित हरियाणा को अब बेटियों को बचाने वाला प्रदेश कहा जाता है। उसी प्रकार अब नशे को जड़ से खत्म करने के लिए जनजागरण के साथ-साथ जो लोग नशे की लत में फंस चुके हैं, उनका नशामुक्ति केंद्रों के माध्यम पुनर्वास कर समाज की मुख्यधारा से जोड़ना है। इस पुनित कार्य में आप जैसे लोग नशा मुक्त प्रहरी बन कर महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकते हैं। ड्रग्स के सप्लायर या इस काम में संलिप्त लोगों पर रोक लगाने के लिए कानूनी कार्रवाई सरकार द्वारा की जा रही है। मादक पदार्थों को जब्त किया जा रहा है और पिछले एक वर्ष में 140 करोड़ रुपए से अधिक के मादक पदार्थों को नष्ट किया गया है और नशे के कारोबार में संलिप्त 90 लोगों की संपत्तियों को भी ध्वस्त किया गया। ऐसे लोगों को जेल में भी डाला गया है।
रामलीला मंचन कर लोगों को संस्कारित व जीवन में सुधार के लिए करते हैं प्रेरित
मुख्यमंत्री ने कहा कि राम केवल शब्द नहीं, बल्कि इसमें इतनी शक्ति है कि पत्थर के ऊपर राम लिखने से वो पानी में डूबता नहीं है। मर्यादा पुरुषोत्तम राम की लीलाओं का मंचन रामलीलाओं द्वारा किया जाता है, लेकिन असल मायने में आप सभी ने कल्पना भी नहीं की होगी कि आप कितना बड़ा काम कर रहे हैं। समाज के लोगों को संस्कारित करना, अपनी संस्कृति के साथ जोड़े रखना, उनके जीवन को कैसे सुधारा जाए और जीवन में कोई बुराई न आये, इस दिशा में इस प्रकार के कलाकार बहुत बड़ी भूमिका निभाते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि लंबे समय के संघर्ष के बाद आज अयोध्या में श्री राम मंदिर का निर्माण हो रहा है, यह हर देशवासी के लिए गर्व की बात है। 22 जनवरी, 2024 को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी भव्य श्री राम मंदिर का उद्घाटन करेंगे, उस दिन दूसरी दिवाली मनाई जाएगी।
कुरुक्षेत्र में किए गए 4 हजार करोड़ रुपए के विकास कार्य
विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि राम के भक्तों के ऐसे सम्मान समारोह का आयोजन प्रदेश में पहली बार किया गया है, इसके लिए मुख्यमंत्री बधाई के पात्र हैं। कुरुक्षेत्र को विश्व मानचित्र पर पहचान दिलाने के लिए राज्य सरकार द्वारा अनेक कार्य किए गए हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में सरकार ने कुरुक्षेत्र में विकासात्मक कार्यों पर 4 हजार करोड़ रुपये की राशि खर्च की है। ज्योतिसर में भगवान कृष्ण के विराट स्वरूप को स्थापित किया गया है। मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव और सूचना, लोक संपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग के महानिदेशक डॉ. अमित अग्रवाल ने कहा कि आज का यह कार्यक्रम अपने आप में अनूठा कार्यक्रम है, जब राम के भक्त रामलीला कमेटियों के पदाधिकारियों व कलाकारों का सम्मान किया गया है। मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन व निर्देशानुसार हरियाणा की सांस्कृतिक धरोहर को विश्व पटल पर पहुंचाने के लिए पिछले 9 वर्षों में अनेक कार्य किए गए हैं। कुरुक्षेत्र की पावन धरा, जहां पर भगवान कृष्ण ने गीता का शाश्वत संदेश दिया, यहां हर वर्ष अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का आयोजन किया जाता है।
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