Bird Flu : पोल्ट्री उद्योग पर अब बर्ड फ्लू के खौफ का साया, करोड़ों रुपये का फटका लगा

दूसरे राज्यों में बर्ड फ्लू के मामलों ने जिले के पोल्ट्री उद्योग व्यवसायी की चिंता को बढ़ा दिया है। पड़ोसी राज्यों में बर्ड फ्लू के मामले सामने आने के बाद ब्रॉयलर के रेटों में भी आठ से दस रुपये किलोग्राम की गिरावट आई है।;

Update: 2021-01-06 07:42 GMT

हरिभूमि न्यूज. जींद

बर्ड फ्लू खौफ से जिले का पोल्ट्री उद्योग सकते में है। हालांकि जिले में बर्ड फ्लू का कोई मामला सामने नहीं आया है। फिर भी मंगलवार को जिले के पोल्ट्री उद्योग को लगभग दो करोड़ रुपये का फटका लगा है। दूसरे राज्यों में बर्ड फ्लू के मामलों ने जिले के पोल्ट्री उद्योग व्यवसायी की चिंता को बढ़ा दिया है। पोल्ट्री व्यवसाये से जुड़े लोगों का कहना है कि पहले कोरोना ने उद्योग को चौपट कर दिया था उस मार से पोल्ट्री उद्योग उभर रहा था अब बर्ड फ्लू के खौफ का साया फिर से पोल्ट्री उद्योग पर खतरा बनकर मंडराने लगा है। महज बर्ड फ्लू की चर्चा से ही पोल्ट्री कारोबार पर बड़ा प्रभाव पड़ा है।

उधर, पशुपालन विभाग ने पोल्ट्री व्यवसायियों को एडवाइजरी जारी की है और ऐतिहात बरतने के लिए कहा है। काबिलेगौर है कि जींद पोल्ट्री उद्योग भारत में सबसे बड़ा उद्योग है। जिले में 100 से ज्यादा हैचरी तथा 1500 से ज्यादा पोल्ट्री फार्म है। जहां पर ब्रायलर तथा चूजों के साथ-साथ अंडों का उत्पादन होता है। ज्यादातर सप्लाई दिल्ली व आसपास के रा'यों को होती है। पड़ोसी राज्यों में बर्ड फ्लू के मामले सामने आने के बाद ब्रॉयलर के रेटों में भी आठ से दस रुपये किलोग्राम की गिरावट आई है। इसी प्रकार चूजों व अंडों के दामों में भी गिरावट आई है। जिससे पोल्ट्री उद्यमी सहमें हुए है कि कहीं बर्ड फ्लू का खौफ उनके धंधे को चौपट न कर दे।

ब्रॉयलर ट्रेडर एसोसिएशन के प्रवक्ता जितेंद्र ने बताया कि जिला जींद पोल्ट्री उद्योग के मामले में देशभर में अव्वल है। जिले में कोई बर्ड फ्लू का मामला नहीं है। दूसरे राज्यों में मामले सामने आने मात्र से उनका व्यवसाय प्रभावित होता है। जिसके चलते ब्रॉयलर, चूजों तथा अंडों के रेटों में कुछ गिरावट आई है। उन्होंने कहा कि जिले का पोल्ट्री उद्योग पूरी तरह सेफ है।

पशु पलन विभाग हुआ सतर्क

सीनियर वेटनरी आफिसर डा. राजू शर्मा ने बताया कि जिले में बर्ड फ्लू का कोई मामला नहीं है। र्ब्ड फ्लू जैसे मामलों को लेकर पशु पालन विभाग पहले से ही सतर्क है। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा हाल ही में 79 सैंपल लिए गए थे जिन्हें जांच के लिए लैबोरेटरी भेजा गया है। सभी सैंपलों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। अभी तक जींद में बर्ड फ्लू और मुर्गियों में बीमारी जैसी कोई भी बात सामने नहीं आई है। बावजूद इसके पशु पालन विभाग द्वारा अपने स्तर पर पूर्ण अहतियात बरती जा रही है। सभी हैचरी संचालकों को बायो सिक्योरटी अपनाने के आदेश दिए गए हैं। इसके अलावा वैक्सीनेशन का खास ध्यान रखने के लिए कहा गया है।

खंड पशुधन विस्तार अधिकारी डा. डीडी शर्मा ने बताया कि विभाग द्वारा पूर्ण अहतियात बरती जा रही है। इस मामले में किसी भी स्तर पर कोई लापरवाही नहीं बरती जा रही है। लोग अंडे खाने से न डरें। जींद जिला में बर्ड फ्लू जैसा कोई मामला सामने नहीं आया है।

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