MDU : 1 से 10 सितंबर के बीच होंगी प्रैक्टिकल परीक्षा

सभी विभागाध्यक्षों, प्राचार्यों तथा निदेशकों को अपने स्तर पर ऑफलाइन/ऑनलाइन (Offline / online) मोड में प्रेक्टिकल, रिकॉर्ड फाइल और वायवा लेने के निर्देश दिए गए हैं।;

Update: 2020-08-30 08:58 GMT

अमरजीत एस गिल : रोहतक

परीक्षाओं (Examinations) को लेकर सर्वाेच्च न्यायालय ने बीते शुक्रवार को आदेश जारी कर दिए। इसके अगले ही शनिवार को महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (Maharishi Dayanand University) रोहतक ने अंतिम सेमेस्टर एग्जाम के लिए डेट सीट जारी कर दी। वहीं विभिन्न कोर्सों की प्रैक्टिकल परीक्षाओं का शेड्यूल जारी कर दिया गया है। यह परीक्षाएं 1 सितंबर से 10 सितंबर के बीच होंगी।

एक से दस सितम्बर तक बीए, बीएससी,बीकॉम पास, बीकॉम ऑनर्स, वोकेशनल, बीएससी होम साइंस, बीएससी स्पोट्र्स साइंस, बीएससी बॉयोटेक, बीबीए, बीसीए, बीएचएमसीटी, बीटीटीएम, बीए जेएमसी, बीपीएड, बीपीई के छठे सेमेस्टर की, बीए, बीएड, बीएसबीएड के 8वें, एमए, एमकॉम, एमसी, एमकॉम, एमबीए चौथा सेमेस्टर, पीजी ऑनर्स पंचवर्षीय एकीकृत छटे और दसवें सेमेस्टर, पीजी ऑनर्स, एमएफए छह वर्षीय एकीकृत, पीजी डिप्लोमा सेमेस्टर स्कीम में दूसरे सेमेस्टर, पीजी डिप्लोमा सर्टिफिकेट कोर्स वार्षिक स्कीम, बीटेक 8वें सेमेस्टर और बीएड पूर्वा मध्यम दूसरे सेमेस्टर की प्रायोगिक परीक्षा होगी। ये परीक्षाएं पहले गत 6 जुलाई से शुरू होनी थी। लेकिन इन पर कानूनी पेंच लग गए। जिसकी वजह से इनमें दो महीने की देरी हो गई है। अब विश्वविद्यालय ने परीक्षाएं करवाने के लिए तैयारी शुरू कर दी है।

11 से शुरू हो सकते हैं पेपर

विश्वविद्यालय के सूत्रों का कहना है कि इन कोर्स के थ्योरी एग्जाम ग्यारह सितम्बर के आसपास शुरू करवाए जा सकते हैं। इसी हिसाब से यूनिवर्सिटी तैयारियों में लगी हुई है। चूंकि विश्वविद्यालय 1 लाख 36 हजार छात्रों की परीक्षा एक निश्चित समय में लेनी है। इसलिए विश्वविद्यालय पर काम कार्यभार इस समय बहुत ज्यादा बढ़ा हुआ है। परीक्षाओं के पहले चरण में अंतिम सेमेस्टर के सभी कोर्स की प्रायोगिक परीक्षाएं। और सात से 14 सितम्बर तक एमफिल कोर्स के पेपर होंगे। विश्वविद्यालय जिस हिसाब से तैयारियाें लगा हुआ है। उसे अंदाजा लगाया जा रहा है कि अंतिम सेमेस्टर की सभी कोर्स की परीक्षाएं 11 सितम्बर के आसपास शुरू हो जाएंगी।

कोविड-19 के मद्देनजर परीक्षाएं आयोजित करने के लिए शनिवार को एमडीयू ने दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। लेकिन अभी तक थ्योरी परीक्षाओं की डेट जारी नहीं की गई है। दिशा-निर्देशों के मुताबिक यूजी कोर्स के ऑफलाइन मोड में परीक्षार्थी को एक घंटे 45 मिनट का समय दिया जाएगा। कुल 50 प्रश्न होंगें। इनमें से छात्र किन्हीं भी 40 प्रश्नों के जवाब दे सकता है। ऑनलाइन प्रक्रिया में प्रश्न पत्र हल करने के लिए दो घंटे का समय दिया जाएगा। ऑफलाइन की बजाय ऑनलाइन को 15 मिनट का समय इसलिए ज्यादा दिया जा रहा है। ताकि परीक्षार्थी पेपर का हल करके उसके एमडीयू की वेबसाइट पर अपलोड कर सके। पीजी कोर्स के परीक्षार्थियों को अपना पेपर व्याख्यात्मक तरीके से हल करना होगा। छात्र को 9 में से 3 प्रश्न हल करने होंगे। ऑफलाइन वाले परीक्षार्थी को पौने दो घंटे और ऑनलाइन वाले को दो घंटे का समय तीन प्रश्न हल करने के लिए दिया जाएगा। 

सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था मामला

वैश्विक महामारी के दौरान परीक्षाओं को लेकर विश्वविद्यालय अनुदान आयाेग ने जून के अंतिम सप्ताह में विश्वविद्यालय को आदेश दिए थे कि वे अंतिम सेमेस्टर परीक्षाओं की तैयारियां शुरू कर दें। क्योंकि बिना परीक्षा दिए किसी भी छात्र को प्रमोट नहीं किया जा सकता है। कोविड-19 का हवाला देकर परीक्षाएं न करवाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर कर दी गई। इस याचिका का निपटारा करने में सर्वाेच्च न्यायालय को दो महीने से अधिक का समय बीत गया। गत शुक्रवार 28 अगस्त को न्यायालय आदेश जारी कर दिए कि परीक्षाएं हर हाल में होगी। 

एमफिल के लिए ये रहेगा शेड्यूल

7, 9,11 और 14 सितम्बर को सुबह दस बजे से लेकर दोपहर पौने बारह बजे तक एमफिल कोर्स में कॉमर्स, एजुकेशन, हिंदी, इतिहास, संस्कृत, साख्यिकी के पेपर होंगे। विश्वविद्यालय ने कहा कि कोविड-19 को लेकर जो हिदायतें राज्य सरकार ने जारी की हुई हैं, उनकी पालना सभी परीक्षार्थियों को करनी है। किसी भी छात्र को बिना मास्क के परीक्षा केंद्र में दाखिल होने की अनुमति नहीं होगी। छात्र को परीक्षा शुरू होने से एक घंटे पहले परीक्षा केंद्र में रिपोर्ट करनी है। 

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