हरियाणा के हर ब्लॉक के उत्पाद को मिलेगी अलग पहचान, शुरू होगी यह योजना
डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने बताया कि राज्य के कई गांवों में हूनरमंद लोगों द्वारा ऐसे गुणवत्तापरक प्रोडक्ट तैयार किए जाते हैं जिनकी राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अच्छी कीमत मिल सकती है लेकिन जानकारी के अभाव में उनको मजबूरी में लोकल लेवल पर कम दामों पर बेचना पड़ता है।;
चंडीगढ़। उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ( Dushyant Chautala ) ने बताया कि हरियाणा सरकार पूरे प्रदेश में एक-समान औद्योगीकरण करने की दिशा में नीति बनाने के लिए गंभीर प्रयास कर रही है। प्रदेश सरकार राज्य के 140 ब्लॉक में 140 प्रोडक्ट को देश-विदेश में निर्यात करने के लिए कदम आगे बढ़ा रही है और इसके लिए 'पदमा' पहल शुरू की है, इसके तहत 'वन ब्लॉक वन प्रोडक्ट' को प्रोत्साहित किया जाएगा। वीरवार को डिप्टी सीएम ने 'पदमा' पहल को लेकर उद्योग एवं वाणिज्य, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन, एमएसएमई, विकास एवं पंचायत विभाग समेत अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की।
उपमुख्यमंत्री, जिनके पास उद्योग एवं वाणिज्य तथा विकास एवं पंचायत विभाग का प्रभार भी है, ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे 'पदमा' पहल कार्यक्रम को अंतिम रूप देने से पहले अन्य राज्यों की ग्रामीण उद्योग को प्रोत्साहन देने वाली नीतियों का अध्ययन करें ताकि हरियाणा सरकार द्वारा बनाई जाने वाली पॉलिसी सर्वोत्कृष्ट बन सके। उन्होंने कहा कि राज्य के कई गांवों में हूनरमंद लोगों द्वारा ऐसे गुणवत्तापरक प्रोडक्ट तैयार किए जाते हैं जिनकी राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अच्छी कीमत मिल सकती है लेकिन जानकारी के अभाव में उनको मजबूरी में लोकल लेवल पर कम दामों पर बेचना पड़ता है।
दुष्यंत चौटाला ने बताया कि राज्य सरकार की मंशा है कि प्रत्येक ब्लॉक में उस ब्लॉक के लोगों द्वारा उत्पादित बेहतरीन प्रोडक्ट के लिए एक कलस्टर बनाया जाए, जहां पर एमएसएमई की भांति लोगों को उद्योग लगाने के लिए प्लॉट उपलब्ध करवाए जा सके। इस कलस्टर में बिजली, पानी, सड़क, बैंक, कॉमन सर्विस सैंटर जैसी सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का प्रयास है वे इन छोटे उद्यमियों के प्रोडक्ट को बंड़ी कंपनियों के सहयोग से निर्यात करने में सहयोग किया जाए ताकि उनके प्रोडक्ट की अच्छी कीमत मिल सके।