17 को मुख्यमंत्री से मिलेंगे PTI Teachers, तीसरे दिन भी आमरण अनशन जारी
पीटीआई शिक्षक (PTI teacher) 2010 से शिक्षा विभाग में अपनी सेवाएं दे रहे थे लेकिन सुप्रीम कोर्ट (Supreme court) के फैसले के बाद सरकार ने 1983 शिक्षकों को ड्यूटी से रिलीव कर दिया। बिजली मंत्री रणजीत सिंह व करनाल के सांसद संजय भाटिया के सामने भी पीटीआई टीचर्स अपनी मांगों को रख चुके हैं, जिसके बाद पीटीआई की 11 सदस्यीय टीम बुधवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मिलकर नौकरी में बहाली (Restoration) की मांग रखेंगी।;
प्रदेश स्तर पर नौकरी में बहाल की मांग को लेकर पीटीआई टीचर्स का आमरण अनशन मंगलवार को भी जारी रहा, जिसमें उन्होंने सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर वापिस ड्यूटी पर रखने की मांग की। बुधवार को पीटीआई टीचर्स की 11 सदस्यीय टीम मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मिलेगी, जोकि उनके समक्ष नौकरी में बहाल करने की मांग रखेगी। साथ ही पीटीआई शिक्षकों ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने उनकी मांगों को नहीं माना तो वे बड़ा आंदोलन करेंगे।
गौरतलब है कि 1983 पीटीआई शिक्षक 2010 से शिक्षा विभाग में अपनी सेवाएं दे रहे थे लेकिन सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद सरकार ने 1983 शिक्षकों को ड्यूटी से रिलीव कर दिया। बिजली मंत्री रणजीत सिंह व करनाल के सांसद संजय भाटिया के सामने भी पीटीआई टीचर्स अपनी मांगों को रख चुके हैं, जिसके बाद पीटीआई की 11 सदस्यीय टीम बुधवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मिलकर नौकरी में बहाली की मांग रखेंगी।
वहीं कुरुक्षेत्र में मंगलवार को लघु सचिवालय शिक्षकों ने थाली-प्लेट बजाकर अपना रोष जाहिर किया। प्रदर्शन हरियाणा शारीरिक अध्यापक संघ एवं हरियाणा शारीरिक शिक्षक संघर्ष समिति के आह्वान पर किया गया। धरने को कांग्रेस नेता एवं पूर्व वित्त मंत्री हरमोहिंद्र सिंह चट्ठा ने भी समर्थन दिया। वहीं सिरसा सहित कई जिलों में भी पीटीआई टीचर्स ने मांगों को लेकर आमरण अनशन जारी रखा।