Farmer Protest : पंजाब के युवा किसान सहित तीन की मौत
मृतक की पहचान करीब 32 वर्षीय आशू पुत्र शेर सिंह निवासी संगरूर के रूप में हुई है। वह रात को खाना खाकर सो गया लेकिन सुबह नहीं उठा। काफी देर तक वह नहीं जागा तो साथी किसानों को शंका हुई।;
कृषि कानूनों के खिलाफ जहां आंदोलन तेज हो रहा है, वहीं आंदोलनकारी किसानों की मौत का सिलसिला भी नहीं थम रहा। रविवार को अलग-अलग जगह तीन और किसानों की माैत हो गई।पहले मामले में बहादुरगढ़ में एक और नौजवान किसान की मौत हो गई। मृतक की पहचान करीब 32 वर्षीय आशू पुत्र शेर सिंह निवासी संगरूर (पंजाब) के रूप में हुई है। संगरूर जिले के बीरकलां गांव का आशू कई दिनों से इस आंदोलन में शामिल था। वह नयागांव चौक के नजदीक ठहरा हुआ था। रात को खाना खाकर सो गया लेकिन सुबह नहीं उठा। काफी देर तक वह नहीं जागा तो साथी किसानों को शंका हुई। किसान उसे नागरिक अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने मौत की पुष्टि कर दी। आशंका हार्ट अटैक की जताई जा रही है।
सोनीपत में धरनास्थल पर एक किसान की संदिग्ध मौत
सोनीपत में कुंडली बॉर्डर पर कृषि कानूनों को रद्द कराने के लिए चल रहे धरना स्थल पर डटे किसान की संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई। गांव कोहला निवासी किसान दिलबाग सिंह (58) कुंडली धरना स्थल पर डटे हुए थे। वह रात को सुरक्षा में तैनात वॉलंटियर ग्रुप में तैनात थे। वह रातभर किसानों की सुरक्षा में तैनात रहते थे। शुक्रवार रात को भी वह वॉलंटियर के साथ पहरा दे रहे थे। रातभर सुरक्षा देने के बाद वह शनिवार तडके अपने टैंट में आकर लेट गए। उसके बाद वह सुबह नहीं उठे तो उनके साथियों ने जांच की। साथी किसान उन्हें लेकर सामान्य अस्पताल में पहुंचे जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
दिल्ली बार्डर से लौट रहे किसान की सड़क हादसे में मौत
जींद : दिल्ली बार्डर पर 56 दिन से किसान आंदोलन का हिस्सा रहे बागडू खुर्द निवासी 60 वर्षीय किसान रामपाल की शनिवार सुबह सड़क हादसे में मौत हो गई। हादसा सोनीपत के पास हुआ। सरपंच सुंदर सिंह ने बताया कि रामपाल किसानों के समर्थन में दिल्ली बार्डर पर गए हुए थे। शनिवार सुबह वे अपने घर लौट रहे थे। इस दौरान वे निजी वाहन से सोनीपत पहुंचे। जब वे दूसरे वाहन में बैठने के लिए पैदल जा रहा था तो एक अज्ञात वाहन ने उसे अपनी चपेट में ले लिया।