इंतजार खत्म : राफेल विमानों का अम्बाला एयरबेस पर 'ग्रह प्रवेश'

ठीक दोपहर 3 बजकर 8 मिनट पर विंग कमांडर हरकीरत सिंह ने पहला राफेल लैंड किया। इसके बाद एक-एक करके चार अन्य राफेल विमान उसी हवाई पट्टी पर उतरे। यहां पर एयरफोर्स चीफ आरकेएस भदौरिया ने वेस्टर कमान चीफ के साथ सभी पायलटों का स्वागत किया।;

Update: 2020-07-29 10:04 GMT

हरिभूमि न्यूज : अंबाला

देश के सबसे शक्तिशाली राफेल विमान आज सफलतापूर्वक अंबाला में लैंड कर कर गए। ठीक दोपहर 3 बजकर 8 मिनट पर विंग कमांडर हरकीरत सिंह ने पहला राफेल लैंड किया। इसके बाद एक-एक करके चार अन्य राफेल विमान उसी हवाई पट्टी पर उतरे। यहां पर एयरफोर्स चीफ आरकेएस भदौरिया ने वेस्टर कमान चीफ के साथ सभी पायलटों का स्वागत किया। इसके बाद पांचों विमानों पर फायर ब्रिगेड की गाड़ियों से पानी की बौछार मार कर उन्हे वाटर सैल्यूट दिया गया। राफेल विमानों ने लैंडिंग से पहले एयरबेस के आसपास हवा में चक्कर लगा कर दिन भर से इंतजार कर रही अंबाला की जनता को सैल्यूट किया। 

राफेल विमान के अंबाला आगमन से पहले अंबाला शहर व छावनी में जश्न का माहौल रहा। सुबह से ही विमानों की सफल लैंडिंग के लिए हवन यज्ञ का सिलसिल शुरू हो गया था। शहर में विभिन्न जगहों पर सुबह से ही सामाजिक व राजनीतिक संगठनों की तरफ से हवा में गुब्बारे छोड़े जा रहे थे। वहीं विमानों की लैंडिंग से पहले एयरबेस के करीब पांच किलोमीटर में सेना व पुलिस के जवानोें ने सुरक्षा का कड़ा पहरा रखा। मीडिया तक को एयरबेस के गेट से बहुत दूर रखा गया। कल शाम को ही एयरबेस के साथ लगते गांव व कालोनियों में धारा 144 लागू करके फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी पर रोक लगा दी गई थी। लेकिन फिर भी लोग जोश के मारे छतों पर चढ़े बगैर खुद को नहीं रोक पाए।

ग्रुप कैप्टन हरकीरत सिंह ने की अगुवाई-एक हादसे के बाद मिग को सफलतापूर्वक लैंड करवाने का इतिहास रचने वाले ग्रुप कैप्टन हरकीरत सिंह ने राफेल विमानों के पहले बेडे की अगुवाई की। दो सुखोई 30 एम विमानों के पहरे में भारतीय सीमा में प्रवेश करने वाले इन पांच विमानों के हिंद महासागर में प्रवेश करते ही आईएनएस कलकत्ता ने हप्पी लैंडिंग का संदेश भेज कर स्वागत किया। इसके बाद ये विमान अंबाला एयरबेस पहुंचे। अंबाला एयरबेस पर वायुसेना चीफ ने राफेल लेकर पहुंचे पायलट के परिवार वालों व एयरफोर्स अधिकारियों के साथ उनका स्वागत किया। लैडिंग के बाद विमानों को वाटर सैल्यूट दिया गया। इसके बाद पांचों पायलटों ने एयरफोर्स चीफ के साथ एयरबेस में बने शहीद स्मारक फ्रोजन टीयर पर सलामी दी।

सुबह से शुरू हुआ जश्न का माहौल-राफेल विमानों के अंबाला पहुंचने से पहले आज सुबह से ही अंबाला में जश्न व त्योहार का माहौल था। जश्न की शुरूआत सुबह इंद्रदेवता ने बरसात के साथ की। इसके बाद विभिन्न धार्मिक व सामाजिक संगठनों ने जगह-जगह हवन करके राफेल विमानों की सफल लैडिंग की दुआ की। कई संगठनों ने अनाज मंडी सहित विभिन्न जगहों से हवा में रंगीन गुब्बारे छोड़ कर राफेल विमानों का स्वागत किया।


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