नारनौल-बहरोड़-खैरथल-अलवर रेलवे लाइन के सर्वे के लिए राजस्थान सरकार ने भी दी सहमति

नांगल चौधरी के विधायक डा. अभय सिंह यादव ने इस विषय में जानकारी देते हुए बताया कि इस रेलवे लाइन के निर्माण का मूल उद्देश्य दक्षिणी हरियाणा एवं पूर्वी राजस्थान को रेल मार्ग से जोड़ना हैं।;

Update: 2021-01-31 05:49 GMT

हरिभूमि न्यूज : नारनौल

झज्जर-कोसली-कनीना-नारनौल-बहरोड़-खैरथल-अलवर को रेलवे लाइन से जोड़े जाने वाली प्रस्तावित रेल लाइन की फीजिबिलिटी स्टडी के लिए हरियाणा रेल कारपोरेशन को राजस्थान सरकार ने भी अपनी सहमति प्रदान कर दी है।

नांगल चौधरी के विधायक डा. अभय सिंह यादव ने इस विषय में जानकारी देते हुए बताया कि इस रेलवे लाइन के निर्माण का मूल उद्देश्य दक्षिणी हरियाणा एवं पूर्वी राजस्थान को रेल मार्ग से जोड़ना हैं। इससे न केवल क्षेत्र के लोगों का आपस में रेलवे लाइन द्वारा जुड़ाव होगा बल्कि राजस्थान के नीमराणा, बहरोड़ व अलवर जिले के समस्त औद्योगिक क्षेत्र नारनौल के नजदीक वेस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेेट कॉरिडोर (Western Dedicated Freight Corridor) पर बनने वाले लॉजिस्टिक हब से भी सीधे जुड़ जाएंगे। इससे इस समस्त क्षेत्र के औद्योगिक विकास को गति मिलेगी तथा इसके साथ ही यह मार्ग राजधानी क्षेत्र दिल्ली की भीड़ वाले इलाके से बाहर उत्तरी एवं पश्चिमी भारत को जोड़ने के लिए एक प्रभावशाली रेलवे कॉरिडोर का काम भी करेगा।

यादव ने इस योजना के बारे में विस्तार से बताते हुए बताया कि झज्जर से नारनौल तक के भाग की स्वीकृति हरियाणा सरकार पहले ही दे चुकी है तथा इस हिस्से के सर्वे का काम प्रगति पर है। राजस्थान सरकार द्वारा दी गई सहमति के बाद अब राजस्थान वाले हिस्से की भी सर्वे प्रारंभ की जाएगी तथा इसके बाद में इस पूरे प्रोजेक्ट की विस्तृत रिपोर्ट रेल मंत्रालय को भेजी जाएगी। जिसकी स्वीकृति के बाद इस प्रोजेक्ट पर आगे प्रगति संभव हो पाएगी। अत: यह इस क्षेत्र के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है जो हरियाणा एवं राजस्थान दोनों ही क्षेत्रों के लिए विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने के लिए जो भी प्रयास संभव होंगे सभी किए जाएंगे।

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