Mahapanchayat में भड़के राकेश टिकैत बोले : सांसद बृजभूषण शरण को गिरफ्तार करो, वरना पोक्सो एक्ट का कानून बदलो
- पोक्सो एक्ट में ओरों की गिरफ्तारी तो भाजपा सांसद की क्यों नही?
- कानून के तहत पोस्को एक्ट में मुकदमा दर्ज होने पर तुरंत होनी चाहिए गिरफ्तारी
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Kurukshetra : जाट धर्मशाला में आयोजित खाप महापंचायत (khap mahapanchayat) में किसान नेता राकेश टिकैत ने सरकार को आड़े हाथ लेते हुए पोक्सो एक्ट पर घेरते हुए कहा कि आज तक ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया कि पोक्सो एक्ट लगा हो और गिरफ्तारी न हुई हो। लेकिन अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों द्वारा सांसद बृजभूषण शरण पर आरोप लगाए और पोक्सो एक्ट (POCSO ACT) के तहत मुकदमा दर्ज हुआ लेकिन आज तक भाजपा सांसद की गिरफ्तारी नहीं हुई।
उन्होंने कहा कि जब पोक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज होते ही गिरफ्तारी हो जाती है तो भाजपा सांसद को गिरफ्तार क्यों नहीं किया जा रहा। अगर सरकार ऐसा नहीं कर सकती तो इस कानून के नियम बदल देने चाहिएं। वैसे भी यह सरकार कानून बदलने वाली सरकार है। उन्होंने कहा कि सरकार बातचीत के माध्यम से रास्ता निकाले। 22 जनवरी के बाद से सरकार ने कोई बातचीत नहीं की है। सरकार धरना रामलीला ग्राउंड में करने को बोल रही है लेकिन अब धरना हर गांव गांव में होगा। बेटियों के लिए अगले आंदोलन के लिए तैयारी रखेंगे। ये बेटियां खापों की नहीं बल्कि तिरंगे की बेटियां है। उन्होंने कहा कि धर्मवाद व जातिवाद के नाम पर देश को बांटा जा रहा है। सरकार के लोग आंदोलन तोड़ने का काम कर रहे हैं लेकिन सरकार के मंसूबों को कामयाब नहीं होने देंगे।
महापंचायत में वक्ता पढ़ाते रहे अनुशासन का पाठ
लगभग चार घंटे तक चली महापंचायत में मंच पर अव्यवस्था का माहौल रहा। मंच पर वक्ता सभी को बार-बार अनुशासन का पाठ पढ़ाते रहे। मंच पर काफी संख्या में लोगों के एकत्रित होने पर कहासुनी भी हुई। राकेश टिकैत ने भी महापंचायत में खड़े होकर सभी को शांत रहने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि कुछ लोग यहां ठेका लेकर आ रहे है कि यहां कोई निर्णय नहीं करने देंगे और रोला पाएंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि ये रोला पाने वाले सरकार के आदमी है। सरकार बांटने का काम कर रही है। 28 मई को हरियाणा के आदमियों ने पहली बार आंदोलन करना सीखा है। हरियाणा के आदमी ने पहली बार पुलिस के कहने पर गिरफ्तारी देने का काम किया। सरकार बातचीत के माध्यम से रास्ता निकाले। महापंचायत में मौजूद उत्तर भारत की खापों के प्रधानों ने सभी खापों के एकजुट होने का आह्वान किया ताकि आंदोलन के लिए कोई ठोस निर्णय लिया जा सके।
डेढ घंटा तक बंद कमरे में चली कमेटी की बैठक
महापंचायत में कोई ठोस फैसला लेने के लिए कमेटी गठित की गई। कमेटी में राकेश टिकैत सहित 8 मौजिज खाप प्रतिनिधि शामिल रहे। करीब साढ़े 3 बजे शुरू हुई बैठक सांय लगभग 5 बजे समाप्त हुई। बैठक समाप्त होने पर राकेश टिकैत ने महापंचायत में कमेटी की बैठक में लिए गए निर्णयों बारे बताया कि सरकार के पास 9 जून तक का समय है। सरकार बातचीत करना चाहती है तो वह बातचीत का रास्ता तैयार कर ले। बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी से कम कोई समझौता मंजूर नहीं है। यदि 9 जून तक गिरफ्तारी नहीं हुई तो खिलाड़ियों को वही जंतर-मंतर पर धरने पर छोड़कर आएंगे।
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