500 मीटर दूर पहुंचने में रजिस्ट्रड डाक को लग गया एक महीना, देखें पूरा मामला

जींद में ओवर चार्जिंग का भंडा फूटने व कोविड-19 की धज्जियां उड़ने के बाद जागा स्वास्थ्य विभाग, बालाजी अस्पताल के भौतिक निरीक्षण के दिए गए थे आदेश।;

Update: 2021-06-02 12:28 GMT

हरिभूमि न्यूज. जींद

कोविड-19 इलाज के लिए अधिकृत किए गए रोहतक रोड के बालाजी अस्पताल का भौतिक निरीक्षण करने के लिए सीएमओ ने 24 अप्रैल को पत्र लिखा था। जिसमें डिप्टी सीएमओ डा. राजेश भोला तथा डा. संदीप लोहान को नियुक्त किया गया था। जिसमें कहा गया है कि बालाजी अस्पताल का भौतिक निरीक्षण किया जाए और वहां पर देखा जाए कि अस्पताल में कोविड-19 नियमों की पालना हो रही है या नहीं। 24 अप्रैल को लिखा गया यह पत्र मई माह के अंत में डयूटी लगाए गए चिकित्सकों के पास पहुंचा है। पत्र डाक द्वारा नहीं बल्कि विभागीय कर्मचारियों के हाथ से दोनों अधिकारियों को भेजा गया है। सामान्य अस्पताल सीएमओ कार्यालय से दोनों वरिष्ठ चिकित्सकों के कार्यालय महज 500 मीटर दूरी पर है। पत्र में भेजने की तिथि 24 अप्रैल लिखी गई है, सीएमओ ने हस्ताक्षर कर 24 अप्रैल की ही तारिख डाली हुई है।

कोविड-19 इलाज के लिए अधिकृत किए गए बालाजी अस्पताल के भौतिक निरीक्षण को लेकर स्वास्थ्य विभाग उस समय जागा है जब ओवर चार्जिंग के मामले में भंडा फूट चुका है। खानापूर्ति के लिए दो चिकित्सकों की डयूटी भौतिक निरीक्षण के लिए लगा दी गई। वह भी उस दौरान जब कोरोना पांव समेट रहा है और बालाजी अस्पताल में इक्का दुक्का मरीज उपचाराधीन है। खास बात यह भी है कि बालाजी अस्पताल के भौतिक निरीक्षण के लिए सीएमओ ऑफिस से 24 अप्रैल को निकला पत्र महज 500 मीटर की दूरी पर उसी परिसर में मई माह के आखिरी सप्ताह में पहुंचा है। पत्र रजिस्ट्रड डाक से नहीं बल्कि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के हाथ भेजा गया है।

निजी अस्पतालों में लूटती रही जनता, स्वास्थ्य विभाग अब जागा

जिला प्रशासन ने कोविड-19 इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग से सलाह मुशवरा कर कुछ निजी अस्पतालों को अधिकृत किया था। कोविड-19 इलाज के लिए रेट भी निर्धारित किए गए। निजी अस्पतालों में इलाज के नाम पर बोलियां लगी। यहां तक की क्षमता से ज्यादा मरीज भी निजी अस्पतालों में रखे गए और मुंह मांगी कीमत पर मरीजों का इलाज हुआ। नियमानुसार स्वास्थ्य विभाग को आपदा के दौरान चिकित्सकों की टीम का गठन करना चाहिए था। जो अधिकृत किए गए अस्पतालों का भौतिक निरीक्षण करें। जिला स्वास्थ्य विभाग ने भौतिक निरीक्षण के पत्र चिकित्सा अधिकारियों के पास उस समय भेजा जब कोरोना संक्रमण पांव समेट रहा है और निजी अस्पतालों में ओवरचार्जिंग के मामले उजागर हो चुके हैं। कोरोना संक्रमण तथा निजी अस्पतालों में कोविड-19 इलाज को लेकर उन अस्पतालों का अब निरीक्षण करना खुद में बड़ा सवाल है।

सीएमओ बोले तारिख याद नहीं

सीएमओ डा. मनजीत सिंह ने बताया कि दोनों चिकित्सा अधिकारियों को हाल ही में पत्र जारी किए गए हैं। जब पत्रों पर डाली गई तारिख के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें तारिख याद नहीं है। अगर तारिख अप्रैल माह की डाली गई है तो वह लिपिकीय गलती है। जब उनके अप्रैल माह में हस्ताक्षर की बात की गई तो उन्होंने जारी पत्र को देखने की बात कही।


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