रियल हाइट के फ्लैटों की रजिस्ट्री पर हरेरा ने रोक लगाई, लोगों के 300 करोड़ रुपये फंसे
रेरा द्वारा जारी किए गए आदेशों के अनुसार जब तक इस मामले में विवाद समाप्त नहीं होगा, तब तक किसी भी व्यक्ति को डीड नहीं दी जाएगी।;
पानीपत। पानीपत में एल्डिको के बाद हरेरा ने हारमनी होम्स व रियल हाइट डेवलपर पर शिकंजा कसा है। हारमनी होम्स व हाइट डेवलपर के पार्टनर के विवाद में हरेरा ने फैसला सुनाया है। हरेरा ने रियल हाइट में बने तमाम फ्लैटों की रजिस्ट्री पर पाबंदी लगा दी है। इसके चलते रियल हाइट में फ्लैट बुक करने वालों के करीब 300 करोड़ रूपये फंस गए हैं। हरेरा के द्वारा जारी किए गए आदेशों के अनुसार जब तक इस मामले में विवाद समाप्त नहीं होगा, तब तक किसी भी व्यक्ति को डीड नहीं दी जाएगी।
हरेरा द्वारा मामले की अगली सुनवाई 19 अक्टूबर को की जाएगी। हरेरा के द्वारा अतरचंद मित्तल के पार्टनर राजेश गुप्ता व संजय गुप्ता को सुनवाई से 15 दिन पहले अपना पक्ष रखने के लिए कहा गया है। गौरतलब है कि हारमनी होम्स प्रोजेक्ट के पार्टनर संजय गुप्ता व राजेश गुप्ता के साथ अतरचंद मित्तल की पार्टनरशिप के करार के तहत अतरचंद मित्तल को पार्टनर्स ने डील के हिसाब से पेमेंट नहीं की। लेनदेन के विवाद के चलते अतरचंद ने पुलिस को धोखाधड़ी होने की शिकायत दे दी। संजय गुप्ता व राजेश गुप्ता के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया।
संजय गुप्ता को पुलिस ने अरेस्ट करके अदालत में पेश कर दिया। धोखाधड़ी के आरोपी संजय गुप्ता को जेल जाने के बाद अदालत से सशर्त जमानत मिली थी, जबकि उसका भाई राजेश गुप्ता अभी तक इस मामले में फरार है। अतरचंद मित्तल के अनुसार उन्होंने हारमनी होम्स व रियल हाइट डेवलपर्स से 55 करोड़ रुपए लेने हैं और वे अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। वहीं इस मामले में हरेरा को दी गई शिकायत के बाद हरेरा ने रियल हाइट में बने फ्लेटों की रजिस्ट्री पर पाबंदी लगा दी है।