Sirsa : घग्घर के तटबंधों पर बनेंगी सड़कें, 25 करोड़ का एस्टीमेट भेजा

पहले चरण में ओटू हेड से लेकर ऐलनाबाद-जीवननगर पुल तक 12 फुट चौड़ी दोनों साइड सड़क बनाई जाएगी और अगले चरण में राजस्थान सीमा तक इसे पूरा किया जाएगा। लोक निर्माण विभाग ने ओटू से आरडी-60 हजार सड़क बनाने के लिए एस्टीमेंट तैयार कर लिया है।;

Update: 2023-07-30 07:50 GMT

महाबीर गोदारा /सिरसा : बरसाती नदी घग्घर (Ghaggar River) के तटबंध टूटने से होने वाले नुकसान से बचाव के लिए सरकार (Government) बिना देरी किए अभी से गंभीर हो गई है। पिछले दिनों सिरसा जिला में घग्घर नदी टूटने से हुए नुकसान से सीख लेते हुए सरकार ने फसलों व ग्रामीण आबादी को सुरक्षित करने के लिए घग्घर के दोनों ओर सड़क बनाने का फैसला लिया है। दो चरणों में तटबंधों पर सड़कें बनेंगी। पहले चरण में ओटू हेड से लेकर ऐलनाबाद-जीवननगर पुल तक 12 फुट चौड़ी दोनों साइड सड़क बनाई जाएगी और अगले चरण में राजस्थान सीमा (Rajasthan border) तक इसे पूरा किया जाएगा। लोक निर्माण विभाग ने ओटू से आरडी-60 हजार सड़क बनाने के लिए एस्टीमेंट तैयार कर लिया है। करीबन 23 किलोमीटर की इस सड़क पर 25 करोड़ रुपये का खर्चा आएगा। विभाग के स्थानीय अधिकारियों ने इसका एस्टीमेंट बनाकर भेज दिया है। पहले चरण में तटबंधों पर सड़क बनने से 15 गांवों को फायदा होगा जो बाढ़ से सुरक्षित रह जाएंगे। याद रहे कि खैरेकां से लेकर ओटू हेड तक घग्घर के दोनों किनारों पर सड़क बनी हुई है और इस बार घग्घर में अनुमान से 'यादा पानी आने के बावजूद तटबंध पर बसे गांवों को फायदा भी मिला। इसी प्रयोग को अब सरकार ने आगे बढ़ाते हुए ओटू से आगे सड़क बनाने का निर्णय लिया है।

उल्लेखनीय है कि सिरसा जिला में घग्घर का करीबन 75 किलोमीटर एरिया है जो पंजाब के सरदूलगढ़ की सीमा पर बसे गांव लहंगेवाला व मत्तड़ से प्रवेश करती है और राजस्थान की सीमा पर बसे आखिरी गांव तलवाड़ा खुर्द से तलवाड़ा झील में प्रवेश करती है। घग्घर उफान पर होने पर जिला के 49 गांवों को सीधा खतरा हो जाता है। पिछले दिनों घग्घर में अब तक का रिकार्ड जलस्तर दर्ज किया गया। घग्घर के तटबंध टूटने से करीबन 17-18 हजार एकड़ कृषि भूमि पानी में डूब गई, वहीं कुछ ढाणियां व बुर्जकर्मगढ़ की आधी बस्ती भी चपेट में आ गई। इसके अलावा कई गांवों की फिरनी तक भी पानी पहुंच गया जिसका लोगों ने बांध बनाकर बचाव किया।

विपक्ष के नेताओं ने घग्घर नदी पर पहुंच कर बाढ़ से हुए नुकसान के लिए सीधा-सीधा जिम्मेदार ठहराया। उसी दिन उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला भी ओटू हैड पर बाढ़ का जायजा लेने पहुंचे और उन्होंने ग्रामीणों की मांग पर दोनों तटबंधों पर सरकार की ओर से सड़क बनाने का आश्वासन दिया था। दुष्यंत चौटाला ने चंडीगढ़ पहुंचते ही स्थानीय अधिकारियों से एस्टीमेट मंगवा लिया।

लोक निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता केके गोयत ने बताया कि पहले चरण में घग्घर के दोनों तटबंधों पर करीबन 23 किलोमीटर 12-12 फुट की सड़कें बनाई जाएंगी। इसके लिए 25 करोड़ का प्रस्तावित एस्टीमेंट भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि घग्घर से ही मिट्टी उठाई जाएगी जो बांधों पर डाली जाएगी और उसके ऊपर सड़क बनाई जाएगी।

सिंचाई विभाग के घग्घर मंडल के कार्यकारी अभियंता अजीत हुड्डा ने बताया कि तटबंधों पर सड़क बनने से तटबंध और मजबूत होंगे। इससे बाढ़ से होने वाले नुकसान से बचाव होगा। उन्होंने बताया कि सिरसा जिला में 75 किलोमीटर घग्घर बहती है जो पंजाब के सरदूलगढ़ से शुरू होकर राजस्थान के तलवाड़ा झील खत्म होती है।

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