पेंशन रोकने पर बवाल : बस भरकर CM की कोठी पर पहुंचे बुजुर्ग, चंडीगढ़ में दिनभर चला ड्रामा, देर शाम थाने में बनी पेंशन

अचानक बंद कर दिए जाने से दुखी रोहतक, कैथल, सोनीपत के बुजुर्ग महिला पुरुष, दिव्यांग शुक्रवार को चंडीगढ़ प्रेस क्लब में पहुंचे। इस दौरान सभी ने मीडिया से रूबरू होकर पीड़ा बयां करते हुए बताया कि किस तरह से समाज कल्याण विभाग द्वारा उनकी पेंशन रोक दी गई।;

Update: 2022-09-16 15:05 GMT

चंडीगढ़। हरियाणा में बुजर्गों की पेंशन कटने का मुद्दा पूरी तरह से गर्मा गया है। शुक्रवार को बदलते घटनाक्रम में एक बस भकर बुजुर्ग महिलाएं और पुरुष चंडीगढ़ प्रेस क्लब में आए। यहां पर उन्होंने मीडिया से रूबरू होते हुए अपना दुखडा बताया साथ ही पेंशन तुरंत बहाल करने की मांग की है। इस दौरान नवीन जयहिंद ने सीएम से इनकी पेंशन तुरंत लागू करने अथवा अपना वेतन छोड़ने की बात कही। बाद में बस लेकर जयहिंद सीएम आवास पर भी पहुंच गए थे। पिछले दिनों 102 साल के बुजुर्ग दादा दुलीचंद ने पेंशन कटने के बाद रोहतक में विरोध स्वरूप बारात निकाली थी। वही दादा दुलीचंद अब सूबे में बाकी बुजर्ग जिनकी पेंशन कटी हुई हैं उनकी पेंशन का मामला उठाने के लिए निकल पड़े हैं।

अचानक बंद कर दिए जाने से दुखी रोहतक, कैथल, सोनीपत के बुजुर्ग महिला पुरुष, दिव्यांग शुक्रवार को चंडीगढ़ प्रेस क्लब में पहुंचे। इस दौरान सभी ने मीडिया से रूबरू होकर पीड़ा बयां करते हुए बताया कि किस तरह से समाज कल्याण विभाग द्वारा उनकी पेंशन को रोक दिया गया और चक्कर लगाने के बाद भी उनकी पेंशन की शुरुआत नहीं की जा रही। अधिकांश पीड़ितों ने कहा कि जिस दिन से परिवार पहचान पत्र की शुरुआत हुई है, उसके बाद से वे पेंशन के लिए धक्के खा रही हैं।

शुक्रवार की दोपहर को प्रेस क्लब चंडीगढ़ में मीडिया को पीड़ा रखने के बाद नवीन जयहिंद और दादा दुलीचंद ने तंज कसा कि इन सभी बुजुर्गों को वे कबीर कुटी और सुखना लेक घुमाने लाए हैं। पहले कबीर कुटीर जाएंगे, जैसे ही वे सेक्टर-27 प्रेस क्लब से बस में बैठकर निकले चंडीगढ़ पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। सीएम हरियाणा के सरकारी आवास के सामने मुख्य मार्ग पर ही चंडीगढ़ पुलिस ने दोनों तरफ बैरीकेड्स लगा दिए व बस के पहुंचते ही पुलिस ने उसे घेर लिया। सेक्टर तीन के थाना प्रभारी ने सीएम आवास पर वार्ता की लेकिन सीएम नहीं थे। अंदर से दो लोगों को मिलाने की अनुमति दी गई। काफी जद्दो जहद के बाद में दादा दुलीचंद नवीन जयहिंद, एक बुजुर्ग महिला को अंदर ले जाया गया। सभी ने ओएसडी सीएम विंडो भूपेश्वर दयाल के सामने अपनी नाराजगी व पीड़ा व्यक्त की। इस दौरान ओएसडी के जवाब से असंतुष्ट नवीन जयहिंद की तीखी नोकझोंक व झड़प भी हुई। बाद में उन्होंने सीएम से बातचीत की, तब तक चंडीगढ़ पुलिस बुजुर्गों से भरी बस सेक्टर तीन थाने ले जा चुकी थी।

नवीन जयहिंद की पुलिस से झड़प

आनन-फानन में सेक्टर तीन थाने पहुंचे अधिकारी

बुजुर्गों, महिलाओं के सेक्टर तीन पहुंचते ही हरियाणा समाज कल्याण विभाग में हड़कंप मच गया। सेक्टर तीन थाने में पहुंची टीमों ने सभी के नाम ले-लेकर सभी की पेंशन में आई दिक्कतों को दूर कर दिया। दूसरी तरफ यहां पहुंचे 40 से ज्यादा बुजुर्गों के पास उनके परिवारों से भी फोन आने की शुुरुआत हो गई थी। सभी को बताया जा रहा था कि उनकी पेंशन को ठीक कर दिया गया है, इसलिए वे चंडीगढ़ से वापस लौट आएं, इस पर बुजुर्गों के चेहरों पर रौनक लौट आई। लेकिन नवीन जयहिंद और बुजर्गों ने कहा की प्रदेश के बाकी हिस्सों में भी इंसाफ होना चाहिए। बुजुर्ग देर शाम को ही बसों में बैठकर अपनी विजय की चर्चा करते हुए रोहतक लौटे। जहां जहां पर शुक्रवार को बुजुर्ग गए वहां वहां पर भारी संख्या में मीडिया भी पहुंचा हुआ था।

पेंशन नहीं चाहिए, मेरा पति लौटा दो : महिला

प्रेस क्लब में एकत्र हुए बुजुर्गों और महिलाओं ने अपनी पीड़ा बयां की। इस दौरान बुजुर्ग महिला बोली मुर्दा नहीं थारी दादी जिंदा है। इस दौरान दादा दुलीचंद, कोसली से आई बुजुर्ग महिला भरतो देवी ने उनकी पेंशन बंद कर दिए जाने पर पीड़ा जाहिर की व बताया कि किस तरह से गुजारा कर रही हैं। एक बेटा गुजर चुका है। इसी तरह से जय भगवान, गुड्डी देवी, राजो देवी, शांति देवी, हवा सिंह चमेली देवी 85 साल दामड़, दिव्यांग किशन सोनीपत ने मीडिया के सामने अपनी बात रखी। बुजुर्गों में अधिकांश रोहतक, सुनारिया, महम, पूनम रानी रोहतक इलाके से ज्यादा थे। इसी क्रम में विधवा महिलाओं के पति जिंदा बता रखे हैं, इस पर एक महिला गुड्डी ने तंज करते हुए कहा कि मेरा पति मुझे लौटा दाे, पेंशन नहीं चाहिए...। विधवा महिलाओं में कैलाशो, विमला देवी, मूर्ति देवी, रानी देवी ने बताया कि 2005 में उनके पति की मौत हो गई थी, अब 17 साल बाद उनके पति को जिंदा बताया जा रहा है।

ओएसडी भूपेश्वर के साथ हुई जयहिंद की झड़प

हरियाणा के विभिन्न हिस्सों से अपनी दिव्यांग, बुजुर्ग पेंशन और विधवा पेंशन कट जाने से परेशान रोहतक, कैथल व कुछ अन्य स्थानों से बुजुर्ग महिलाएं, पुरुष पूर्व आप प्रदेशाध्यक्ष औऱ समाजसेवी नवीन जयहिंद व दादा दुलीचंद के साथ में चंडीगढ़ पहुंचे। प्रेस क्लब में पहले पत्रकार सम्मेलन वहां से बस में सवार होकर सीएम के सरकारी आवास कबीर कुटीर और सुखना लेक देखने जा रहे बुजुर्गों को चंडीगढ़ पुलिस ने सीएम आवास के पास ही रोक लिया। पुलिस ने बस को हरियाणा निवास के पास मुख्य सड़क पर एक साइड में करा दिया। जिसके बाद में दो लोगों को सीएम के आवास पर नहीं होने के कारण ओएसडी से मिला देने की बात कही। जिस पर युवा नेता नवीन जयहिंद और दादा दुलीचंद, एक बुजुर्ग महिला को सीएम आवास में ले जाया गया। अंदर सीएम विंडो के ओएसडी भूपेश्वर दयाल के साथ में जयहिंद ने बातचीत की, तो अच्छी खासी झड़प हो गई, जयहिंद ने बंद की गई सभी बुजुर्गों की पेंशन तुरंत ही शुरु करने की मांग की। जिसके बाद में ओएसडी ने सीएम से बातचीत की, बाद में इन सभी को चंडीगढ़ पुलिस सेक्टर तीन थाने ले गई, वहां बाहर बस खड़ी रही और हरियाणा समाज कल्याण विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे।

सीबीआई और ईडी से नहीं डरता : जयहिंद

नेता नवीन जयहिंद ने कहा कि उनके पास में खोने को कुछ भी नहीं है, इसलिए बुजर्गों की बात उठाने से उन्हें कोई नहीं रोक सकता। जयहिंद ने यह भी कहा कि सीबीआई और ईडी से डरने वाले नहीं हैं। इस पूरे मामले में दादा दुलीचंद व कईं बुजुर्गों ने सीएम से मिलने की कोशिश की थी लेकिन मुलाकात नहीं हुई।

देर शाम को थाने में बनी बुजुर्गाें की पेंशन

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