पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली के कार्यक्रम में सरपंचों ने की नारेबाजी : 30 हजार रुपये मानदेय और 50 लाख तक की पावर की मांग

पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली श्याम गार्डन में पंचायती राज संस्थाओं के जनप्रतिनिधियों को संबोधित कर रहे थे। उसी दौरान गांव अलेवा के सरपंच विनोद व कुछ अन्य सरपंचों ने बीच में ही अपनी बात रखनी चाही। जिस पर मंत्री ने सुरक्षा कर्मियों की तरफ उन्हें बाहर करने का इशारा किया तो कुछ जनप्रतिनिधि बिफर गए और हंगामा करना शुरू कर दिया।;

Update: 2022-12-17 11:14 GMT

 जींद। पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली (Panchayat Minister Devendra Singh Babli) के कार्यक्रम में सरपंचों ने सुनवाई न होने पर बवाल काटा। जिन्हे हाल में मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने बाहर कर दिया। खफा सरपंचों ने सरकार तथा पंचायत मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली श्याम गार्डन में पंचायती राज संस्थाओं के जनप्रतिनिधियों को संबोधित कर रहे थे। उसी दौरान गांव अलेवा के सरपंच विनोद व कुछ अन्य सरपंचों ने बीच में ही अपनी बात रखनी चाही। जिस पर मंत्री ने सुरक्षा कर्मियों की तरफ उन्हें बाहर करने का इशारा किया तो कुछ जनप्रतिनिधि बिफर गए और हंगामा करना शुरु कर दिया। जिस पर कुछ जनप्रतिनिधि कार्यक्रम को छोडकर बाहर प्रांगण में आ गए और सरकार तथा पंचायत मंत्री के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।

अलेवा के सरपंच विनोद ने कहा कि वे पंचायत मंत्री को अपनी मांगों से संबधित ज्ञापन सौंपना चाहते थे लेकिन उनके इशारे पर सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें बाहर निकाल दिया। उन्होंने कहा कि सरपंचों को दो लाख तक की पावर दी गई है जो बहुत कम है। सरपंचों को 50 लाख तक की पावर दी जानी चाहिए। इसके अलावा सरपंचों का मानदेय भी कम है उसे बढ़ाकर 30 हजार रुपये प्रति माह करना चाहिए। ग्रामीण विकास की आस करते है लेकिन सरपंचों के पास रुपये की इतनी पावर नहीं होती कि वे धडल्ले से विकास कार्य करवा सकें। बाद में मंत्री देवेंद्र बबली भी उनके पास पहुंचे और समझाने की कोशिश की लेकिन उनके जाने के बाद फिर से नारेबाजी करने लगे।

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