हरियाणा में खुले स्कूल : पहले दिन रोस्टर अनुसार 50 प्रतिशत पहुंचा स्टाफ, 15 दिनों का वर्क कलैंडर जारी
कोरोना के कारण छुट्टियां बढ़ने से विद्यार्थियों को अभी स्कूल में नहीं बुलाया जाएगा।;
हरिभूमि न्यूज. सोनीपत
स्कूलों में ग्रीष्मकालीन छुट्टियों के बाद मंगलवार को एक बार फिर राजकीय स्कूल खुल गए। पहले दिन रोस्टर अनुसार 50 प्रतिशत अध्यापकों व गैर शैक्षणिक कर्मचारियों ने ही स्कूल में पहुंचकर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। जबकि कोरोना के कारण विद्यार्थियों की छुट्टियां बढ़ने से किसी विद्यार्थी को नहीं बुलाया गया। स्कूल में पहुंचे स्टाफ के लिए शिक्षा विभाग द्वारा 15 दिनों का वर्क कैलेंडर जारी कर दिया है, ताकि शिक्षक स्कूल में आकर इस कार्य को पूरा कर सकें।
इन 15 दिनों में जहां अध्यापकों को विद्यार्थियों के दाखिले सुनिश्चित करने होंगे, वहीं विद्यार्थियों को ड्रापआउट करने से भी रोकने के प्रयास करने होंगे। शिक्षा विभाग ने राजकीय स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने के भी निर्देश दिए हैं। बता दें कि कोरोना महामारी के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए शिक्षा विभाग ने स्कूलों में 31 मई तक ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित कर दिया था। परिस्थितियों में सुधार के बावजूद कोरोना के खतरे को देखते हुए विभाग द्वारा विद्यार्थियों की छुट्टियों को 15 जून तक बढ़ा था, लेकिन 1 जून से स्कूलों को खोलते हुए स्कूल स्टाफ को बुलाया गया है। ताकि एकेडेमिक वर्क पूरा किया जा सके।
कोरोना में अनाथ हुए बच्चों का तैयार करना होगा रिकार्ड
शिक्षा विभाग द्वारा जारी 15 दिनों के वर्क कैलेंडर में स्कूल स्टाफ को आगामी 15 दिनों तक ऐसे विद्यार्थियों की पहचान करके रिकार्ड तैयार करना होगा, जिनके माता-पिता की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई है। यह रिकार्ड मुख्यालय भेजा जाएगा। इसके अतिरिक्त स्कूल स्टाफ को पारस्परिक आदान-प्रदान से पुस्तकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से विद्यार्थियों, अभिभावकों में समन्वय स्थापित करना होगा। विद्यालय के रिकार्ड में पुस्तकों की संख्या तथा लाभान्वित विद्यार्थियों का ब्यौरा रखना एवं उच्च अधिकारीगण को उपलब्ध करवाना होगा।
ऑनलाइन लगेगी हाजिरी
मंगलवार से खुले स्कूलों में जहां शिक्षकों व गैर शैक्षणिक स्टाफ को रोस्टर अनुसार आने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं अगले 15 दिनों तक इनकी हाजिरी भी अवसर एप पर ऑनलाइन तरीके से ही लगेगी। इसके लिए विद्यालय के मुखिया द्वारा बनाए गए रोस्टर के अनुसार स्टाफ को एप पर लॉग इन करना होगा। सभी स्कूलों के मुखिया एवं प्रभारी को अपने क्षेत्राधिकार के विद्यालयों में अध्यापकों एवं अन्य गैर शैक्षणिक कर्मचारियों की निरंतर हाजरी सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किए गए है। साथ ही कहा गया है कि अनुपस्थित रहने वाले स्टाफ पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। शिक्षा विभाग ने वर्क कैलेंडर के अनुसार पूरी गंभीरता से पूरा कार्य करने के निर्देश दिए हैं।
जारी वर्क कैलेेंडर में दिए ये कार्य
-अध्यापकों को 8 जून तक वार्षिक परिणामों के साथ अवसर एप द्वारा जारी किए गए रिपोर्ट कार्ड विद्यार्थियों व अभिभावकों तक पहुंचाने होंगे।
- रिपोर्ट कार्ड पर कक्षा प्रभारी तथा विद्यालय मुखिया के हस्ताक्षर होने अनिवार्य है।
- स्कूल स्टाफ को कक्षा पांचवी तथा आठवीं पास हुए सभी विद्यार्थियों की ऑनलाइन एसएलसी जारी करनी होगी, साथ ही अगले विद्यालय को सूचित भी करना होगा।
-स्कूलों में विद्यार्थियों के ड्रापआउट को रोेकने के भी हरसंभव प्रयास करने होंगे। इसके लिए कक्षा प्रभारी व स्कूल मुखिया की रहेगी जिम्मेदारी।
-विद्यार्थियों या उनके अभिभावकों से संपर्क कर विद्यार्थियों की आगे की पढ़ाई जारी रखने के लिए करना होगा तैयार।
-कोरोना महामारी में माता-पिता को खोने वाले विद्यार्थियों का डाटा करना होगा तैयार।
-स्कूल स्टाफ को अगले 15 दिनों में विद्यार्थियों की संख्या के अनुसार उनके सैक्शन निर्धारित करने के साथ ही विषयों की बांट करनी होगी।
-एमआईएस पोर्टल तथा अवसर एप पर विषय, संकाय, सैक्शन की टैगिंग के साथ ही नए विद्यार्थियों का हाउस आबंटित करने जैसे कार्य पूरे करने होंगे।