निष्ठा प्रशिक्षण में बदलाव के साथ दूसरा चरण शुरू, टीचरों को मिलेगी ऑनलाइन ट्रेनिंग
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद् गुरुग्राम द्वारा इस सन्दर्भ में जारी पत्र क्रमांक 206/2020 दिनांक 1 अक्टूबर के अनुसार इस बार यह प्रशिक्षण दीक्षा पोर्टल पर दिया जाएगा। यह प्रशिक्षण 6 अक्टूबर से आरम्भ होगा। एनसीईआरटी (NCERT) द्वारा तैयार कुल 18 मोड्यूल में से इस बार 3 मोड्यूल पर प्रशिक्षण दिया जाएगा।;
हरिभूमि न्यूज
नारनौल। प्रारंभिक स्तर पर सीखने के परिणामों को बेहतर बनाने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षकों को दिए जाने वाले प्रशिक्षण निष्ठा प्रशिक्षण का दूसरा चरण इस बार कोरोना महामारी के चलते ऑनलाइन (Online) चलेगा। इसके लिए शिक्षा विभाग के पोर्टल दीक्षा एप पर प्रशिक्षण दिया जाएगा।
कक्षा एक से आठ स्तर के सभी शिक्षकों एवं स्कूल मुखियाओं को निष्ठा एकीकृत प्रशिक्षण कार्यक्त्रम में किताबों की अपेक्षा बच्चों के बौद्धिक विकास पर फोकस किया जाएगा। इस कार्यक्रम में बच्चों में महत्वपूर्ण सोच को प्रोत्साहित करने एवं बढ़ावा देने हेतु शिक्षकों को प्रेरित और प्रशिक्षित (Trained) किया जाएगा। निष्ठा का यह दूसरा चरण रहेगा। इससे पूर्व प्रथम चरण गत वर्ष जिले के विभिन्न ट्रेनिंग स्थानों पर परम्परागत रूप से दिया गया था। जिसमें कक्षा एक से आठ तक के सभी शिक्षकों एव मुख्य अध्यापकों ने भाग लिया था
यह है निष्ठा प्रशिक्षण
शिक्षा एवं शिक्षकों की गुणवत्ता को बेहतर बनाने और विविध परिस्थितियों में सक्षम बनाने के साथ-साथ प्रारंभिक स्तर पर सीखने के परिणामों को श्रेष्ठ बनाने पर जोर देते हुए शिक्षकों के लिए एक आधुनिक प्रशिक्षण कार्यक्रम है जो राष्ट्रीय स्तर पर एनसीईआरटी द्वारा तैयार किए गए मोड्यूल पर आधारित रहता है। इस ट्रेनिंग में योजना आधारित शिक्षा परिक्षण, बाल अधिकार कानून, इको क्लब, व्यक्तिगत सामाजिक गुण आदि शामिल किए गए हैं।
यह रहेगा शेड्यूल
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद् गुरुग्राम द्वारा इस सन्दर्भ में जारी पत्र क्रमांक 206/2020 दिनांक 1 अक्टूबर के अनुसार इस बार यह प्रशिक्षण दीक्षा पोर्टल पर दिया जाएगा। यह प्रशिक्षण 6 अक्टूबर से आरम्भ होगा। एनसीईआरटी द्वारा तैयार कुल 18 मोड्यूल में से इस बार 3 मोड्यूल पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। ट्रेंनिंग प्रदेश के 70 हज़ार शिक्षकों, स्कूल मुखिया, मेंटर को डिजिटल रूप से दिया जाएगा।
शिक्षकों को कुल 15 दिनों में ये तीन मोड्यूल पूर्ण करने होंगे। एक मोड्यूल को पूरा होने में लगभग 3 से 4 घंटे का समय लगता है। इसके लिए पहले दीक्षा एप पर पंजीकरण करना होगा। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान इस पर निगरानी रखेगा। जिला स्तर से लेकर कलस्टर स्तर तक निगरानी समन्वयक इस अभियान पर निगरानी रखेंगे।
यह कहते हैं शिक्षक
प्रगतिशील शिक्षक ट्रस्ट के अध्यक्ष संजय शर्मा का कहना है कि प्रशिक्षण की इस पहल से स्कूली शिक्षा एवं शिक्षकों की गुणवत्ता को बल मिलेगा। समयानुसार विद्यार्थियों एवं शिक्षकों की विभिन्न शैक्षणिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए इस प्रकार के प्रशिक्षण नवाचार युक्त शिक्षण की दिशा में बेहतर साबित होते हैं। विभाग का यह प्रयास इस दिशा में सार्थक शुरुआत है।