भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार ने लोगों को फिर से मरने के लिए भगवान भरोसे छोड़ दिया : सैलजा

हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष ने कहा कि इसे प्रदेश सरकार की बदइंतजामी ही कहा जाएगा कि तीसरी लहर के खतरे से पहले ही अस्थाई अस्पताल तक हटवा दिए गए। प्रदेश के 17 जिलों में अभी तक आइसोलेशन सेंटर तक नहीं बने हैं और न ही कोरोना पीड़ितों का बॉयो वेस्ट उठाने के लिए अलग से कोई इंतजाम किए गए हैं।;

Update: 2022-01-08 11:47 GMT

हरियाणा कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष सैलजा ने कहा कि प्रदेश में हर रोज कोरोना के मामले तेज रफ्तार से बढ़ रहे हैं। विशेषज्ञ इस बार पहली व दूसरी लहर के मुकाबले कहीं अधिक तेजी से कोरोना के केस बढ़ने की संभावना जता चुके हैं। इसके बावजूद प्रदेश की भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है। प्रदेश में न तो टेस्ट ही किए जा रहे हैं और न ही पीड़ितों के कांटेक्ट में रहे लोगों की ट्रेसिंग पर जोर दिया जा रहा है।

मीडिया को बयान में सैलजा ने कहा कि प्रदेश के लोग कोरोना की पहली व दूसरी लहर की भयावहता को करीब से देख चुके हैं। कितने ही लोगों ने इन दोनों लहर के दौरान अपने परिजनों, सगे-संबंधियों, मित्र-दोस्तों, पड़ोसियों या फिर किसी न किसी जानकार को खो दिया। प्रदेश सरकार की लचर स्वास्थ्य सेवाओं की वजह से पीड़ितों की असमय जान चली गई। हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान जिन रेमडेसिविर इंजेक्शन के न मिलने से लोगों की जान गई, अब उसी दौरान लाखों रुपये के इंजेक्शन सही वितरण के बिना एक्सपायर होने के मामले सामने आ रहे हैं। जिस ऑक्सीजन की कमी से लोगों की जान गई और हर रोज ऐसी घटनाओं से कहीं न कहीं हल्ला मचा, उसे स्वीकार करने की हिम्मत भी प्रदेश सरकार में नहीं हुई और इसलिए ही अपनी नाकामी छिपाने के लिए ऑक्सीजन की कमी से मौतों को सिरे से नकार दिया गया।

सैलजा ने कहा कि प्रदेश में टेस्ट करने की क्षमता के मुकाबले 68 प्रतिशत टेस्ट कम किए जा रहे हैं। ये सिर्फ इसलिए ही कम कर रहे हैं, ताकि केसों की संख्या को कम बताया जा सके। केसों की संख्या कम दर्शाने के लिए ही पॉजिटिव मिले लोगों के कान्टेक्ट ट्रेस नहीं किए जा रहे। न तो अभी तक प्रदेश में कहीं भी कोरोना पीड़ितों की देखभाल का इंतजाम किया है और न ही उनकी काउंसिलिंग या मॉनिटरिंग ही की जा रही है।

हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष ने कहा कि इसे प्रदेश सरकार की बदइंतजामी ही कहा जाएगा कि तीसरी लहर के खतरे से पहले ही अस्थाई अस्पताल तक हटवा दिए गए। प्रदेश के 17 जिलों में अभी तक आइसोलेशन सेंटर तक नहीं बने हैं और न ही कोरोना पीड़ितों का बॉयो वेस्ट उठाने के लिए अलग से कोई इंतजाम किए गए हैं। कुमारी सैलजा ने कहा कि हर कोई पहली व दूसरी घटना से सबक लेकर एहतियात के तौर पर जरूरी कदम अवश्य उठाता है, लेकिन प्रदेश सरकार की इस तरह की कोई नीयत ही नहीं है। लोगों को एक बार फिर उनके हालात पर छोड़ दिया गया है। ऐसे में कांग्रेस संकट की इस घड़ी में प्रदेश सरकार से तुरंत प्रभाव से स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त करने की मांग करती है।

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